लंदन/नयी दिल्ली, 14 जुलाई (भाषा) टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन सोमवार को ब्रिटेन के पोर्ट टैलबोट में 1.25 अरब पाउंड की लागत वाली हरित इस्पात परियोजना के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए। इस परियोजना से कार्बन उत्सर्जन में 90 प्रतिशत की कमी आएगी।
कंपनी ब्लास्ट फर्नेस प्रक्रिया से कम कार्बन उत्सर्जन वाली इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस प्रक्रिया की ओर बढ़ रही है। इसमें स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कबाड़ का उपयोग किया जाएगा।
इस्पात क्षेत्र की कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘टाटा स्टील, यूके के लिए सोमवार का दिन अपनी हरित परिवर्तन यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण है। टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, पोर्ट टैलबोट में कंपनी की अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (ईएएफ) सुविधा के शिलान्यास समारोह में सरकारी मंत्रियों के साथ शामिल हुए।’’
चंद्रशेखरन के साथ टाटा स्टील के सीईओ और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन और टाटा स्टील यूके के सीईओ राजेश नायर भी भूमिपूजन समारोह में शामिल हुए।
यह कम कार्बन उत्सर्जन वाले स्टील विनिर्माण में 1.25 अरब पाउंड के निवेश से बदलाव लाने का एक हिस्सा है। इसमें ब्रिटेन सरकार 50 करोड़ पाउंड के निवेश का समर्थन देगी।
पोर्ट टैलबोट में हरित स्टील विनिर्माण में टाटा स्टील और ब्रिटेन सरकार का संयुक्त निवेश इस पीढ़ी का सबसे बड़ा निवेश है और इससे टाटा स्टील यूके में 5,000 नौकरियां सृजित होने का अनुमान है।
नयी परियोजना 2027 के अंत तक चालू होगी और इससे पोर्ट टैलबोट के कार्बन उत्सर्जन में लगभग 90 प्रतिशत की कमी आने की उम्मीद है। यह प्रति वर्ष 50 लाख टन कार्बन डॉइऑक्साइड के बराबर है।
इस मौके पर चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘यह टाटा समूह, टाटा स्टील और ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। आज का शिलान्यास न केवल एक नए इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि ब्रिटेन में टिकाऊ विनिर्माण के एक नए युग की शुरुआत भी है। पोर्ट टैलबोट में, हम एक स्वच्छ, हरित भविष्य की नींव रख रहे हैं, रोजगार को बढ़ावा दे रहे हैं, नवोन्मेष को बढ़ावा दे रहे हैं, और जिम्मेदार उद्योग नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहे हैं।’’
भाषा रमण अजय
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