बरेली, 14 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में नौकरी के लिये फर्जी स्थायी निवास प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करने के आरोप में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की तीसरी बटालियन की तीन महिला कर्मियों के खिलाफ सोमवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
बरेली स्थित आईटीबीपी की तीसरी बटालियन के अधिकारियों के अनुसार चयन के बाद दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान जालसाजी का पता लगने पर कांस्टेबल पार्वती कुमारी, रोशनी प्रजापति और प्रीति यादव के खिलाफ कैंट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर क्षेत्र) आशुतोष शिवम ने पुष्टि की कि आईटीबीपी बटालियन के अनुशासन अधिकारी द्वारा प्रस्तुत शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। कैंट पुलिस तीनों मामलों की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि आरोपी पार्वती कुमारी ने असम के नागांव जिले में स्थायी निवास का दावा करते हुए एक प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था मगर सत्यापन से पता चला कि प्रमाण पत्र न तो संबंधित प्राधिकारी द्वारा जारी किया गया था और न ही वह बताये गये पते पर रह रही थी।
सीओ शिवम ने बताया कि इसी तरह वीर बहादुर प्रजापति की बेटी रोशनी प्रजापति ने असम के कछार जिले का एक निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जिसे सिलचर में उपायुक्त कार्यालय ने फर्जी घोषित कर दिया है। इसके अलावा प्रीति यादव ने भी कछार जिले के डूलग्राम क्षेत्र का एक निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जो अमान्य पाया गया।
उन्होंने बताया कि तीनों उम्मीदवारों का चयन कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) कांस्टेबल (जीडी) परीक्षा 2024 के जरिये हुआ था। सत्यापन के दौरान विसंगतियां सामने आने के तुरंत बाद आईटीबीपी ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
भाषा
सं, सलीम, रवि कांत रवि कांत