(तस्वीरों के साथ)
नूंह, 14 जुलाई (भाषा) हरियाणा में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा सोमवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गई और यह यात्रा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नूंह से होते हुए गुजरी थी।
यात्रा शुरू होने से पहले बीती रात एक मजार को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना सामने आई थी।
भक्ति, आस्था और सामाजिक सद्भाव के अनूठे संगम के रूप में जब यात्रा नूंह जिले से गुजरी तो हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के सदस्यों ने 60 से अधिक स्थानों पर इसका स्वागत किया।
यात्रा का स्वागत करने वाले कई मुसलमानों ने कहा कि मेवात को ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ के रूप में पहचाना जाता है और यहां 2023 की घटना के लिए कुछ लोगों ने बाहरी तत्वों को दोषी ठहराया।
नूंह में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के जुलूस पर 31 जुलाई, 2023 को भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद हुई झड़पों में दो होमगार्ड और गुरुग्राम मस्जिद के एक मौलवी सहित छह लोग मारे गए थे।
इस साल यात्रा में कुछ गड़बड़ी न हो यह सुनिश्चित करने के लिए लगभग 2,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहे और इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं।
लगभग 80 किलोमीटर लंबी यह यात्रा गुरुग्राम से लगभग 50 किलोमीटर दूर नूंह स्थित नल्हड़ महादेव मंदिर से शुरू हुई जहां से श्रद्धालु फिरोजपुर झिरका स्थित झिरकेश्वर मंदिर पहुंचे। झिरकेश्वर मंदिर से होते हुए, यात्रा शाम को सिंगार गांव स्थित श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर में समाप्त हुई।
यात्रा के समापन के बाद नूंह के उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा, ‘‘यात्रा सुचारू रूप से शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। मैं इसके लिए सभी का धन्यवाद करता हूं…।’’
क्षेत्र में मौजूद उपायुक्त ने यात्रा के दौरान सुरक्षा, कानून व्यवस्था और अन्य प्रबंधों का जायजा लिया।
इससे पहले, पुलिस ने सोमवार को बताया कि नूह के तावडू कस्बे में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले एक मजार को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना सामने आई।
पुलिस ने बताया कि दो साल पहले धार्मिक जुलूस के दौरान हुई झड़पों की पुनरावृत्ति न हो यह सुनिश्चित किए जाने के मकसद से जिले में सुरक्षा बढ़ायी गयी थी।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात हुई तोड़फोड़ की इस घटना के जिम्मेदार लोगों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद, तावडू के सैनीपुरा मोहल्ले में स्थित मजार पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए।
उपायुक्त मीणा ने कहा, ‘‘तावडू में मजार को हुए नुकसान के संबंध में प्रशासन द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।’’
नूंह के पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष चौधरी जाकिर हुसैन ने यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि मेवात ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ का अनूठा उदाहरण है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मेवात में भी यही बात प्रदर्शित हुई है। हमारे देश में सभी धर्मों के लोग मिलकर एक-दूसरे के त्यौहार मनाते हैं।’’
यहां एक श्रद्धालु ने कहा, ‘‘मेवात में वर्षों से हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की परंपरा रही है, जो आज के कार्यक्रम में स्पष्ट रूप से दिखाई दी।’’
हरियाणा के मंत्री गौरव गौतम और सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ विधायक भी वहां मौजूद रहे, जिन्होंने नल्हड़ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की।
मीणा ने कहा कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा समेत देश के विभिन्न हिस्सों से संत इस यात्रा में भाग लेने के लिए पहुंचे।
नूंह के अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप मलिक ने कहा कि यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं।
लाइसेंसी हथियार, आग्नेयास्त्र, तलवारें, लाठियां, त्रिशूल, छड़ें, चाकू और जंजीरों सहित सभी प्रकार के हथियार ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। केवल सिख समुदाय के सदस्यों द्वारा धार्मिक प्रतीक के रूप में धारण की जाने वाली कृपाण को ही इससे छूट दी गई।
भाषा यासिर प्रशांत
प्रशांत