नयी दिल्ली, 14 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश में बारिश के कहर के कारण चार लोगों की मौत हो गई, जबकि राजस्थान के कोटा में भारी बारिश के बाद एक जलाशय से पानी छोड़े जाने के कारण पांच लोग बह गए।
हिमाचल प्रदेश में 200 से अधिक सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं, जिनमें से अधिकांश मंडी में हैं। जबकि झारखंड के 12 जिलों में अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि कुल्लू और कांगड़ा जिलों में एक-एक व्यक्ति समेत कुल दो लोग डूब गए जबकि बिलासपुर में सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत हो गई और ऊंचाई से गिर जाने के बाद एक अन्य व्यक्ति मारा गया।
मानसून की शुरूआत यानी 20 जून के बाद से राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में 61 लोगों की मौत हो चुकी है।
राजस्थान में कोटा जिले के खतौली में पिछले 24 घंटों के भीतर 198 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो राज्य में सबसे अधिक बारिश है।
कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने के कारण सोमवार दोपहर पांच युवक नदी में बह गए।
दीगोद थाने के प्रभारी पुरुषोत्तम मेहता ने बताया, ‘‘लापता पांच युवकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है और इसमें बचाए गए युवक इस समय विस्तृत जानकारी देने की स्थिति में नहीं हैं।’’
वहीं एक अन्य घटना में जिले में एक उफनते नाले को स्कूटर से पास करने की कोशिश के दौरान 27 वर्षीय एक महिला बह गयी। पुलिस ने बताया कि यह घटना दोपहर करीब 12:30 बजे रानपुर इलाके के रीको औद्योगिक क्षेत्र में हुई, जब रेलवे कॉलोनी निवासी सौम्या पॉल भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण में एक पद के लिए भर्ती परीक्षा देकर अपने एक रिश्तेदार के साथ घर लौट रही थी। हादसे में महिला की मौत हो गयी।
दिल्ली में शाम के समय बारिश हुई, जिससे दिन भर की उमस भरी गर्मी से राहत मिली। हालांकि कुछ जगह जलजमाव व यातायात जाम होने की शिकायतें भी मिलीं।
आईएमडी के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की आधार वेधशाला सफदरजंग में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.9 डिग्री कम है।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रात 8.30 बजे तक, प्रगति मैदान में 4.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला ने 9.2 मिमी बारिश दर्ज की।
अन्य इलाकों में भी अलग-अलग जगहों पर बारिश हुई: पूसा में 11.5 मिमी, पालम में 26.6 मिमी, नजफगढ़ में 17 मिमी और जनकपुरी में 4.5 मिमी बारिश हुई।
लोक निर्माण विभाग के बयान के अनुसार, नियंत्रण कक्ष को जलभराव की लगभग 10 शिकायतें मिलीं।
हिमाचल प्रदेश में कुल 208 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, जिसमें आपदा प्रभावित मंडी जिले में 157 सड़कें शामिल हैं। जबकि राज्य में 745 जलापूर्ति योजनाएं और 139 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं।
ओडिशा में मौसम विभाग ने 30 में से 19 जिलों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 24 घंटे तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। उत्तरी ओडिशा में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने की संभावना है, जो 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।
कोलकाता में अगले 24 घंटे के भीतर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
झारखंड में मंगलवार पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे तक बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रांची, सरायकेला, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
भाषा यासिर प्रशांत
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