(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 14 जुलाई (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अपना दावा दोहराया कि उन्होंने व्यापार के जरिए भारत और पाकिस्तान के बीच ‘‘उस संघर्ष को रुकवाया जो परमाणु युद्ध में बदल सकता था।’’
ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के औपचारिक कार्यस्थल ‘ओवल ऑफिस’ में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) महासचिव मार्क रूटे के साथ बैठक के दौरान कहा, ‘‘हम युद्धों के दौरान समाधान निकालने में बहुत सफल रहे हैं। आपके पास भारत (और) पाकिस्तान का उदाहरण है। आपके पास रवांडा और कांगो (के युद्ध का उदाहरण) है जो 30 वर्ष से जारी था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान जिस तरह से आगे बढ़ रहे थे, अगले एक हफ्ते में ही उनके बीच परमाणु युद्ध छिड़ जाता। हालात बहुत तेजी से खराब हो रहे थे और हमने व्यापार के माध्यम से ऐसा किया (सैन्य संघर्ष को रोका)। मैंने कहा, ‘जब तक आप इस मुद्दे को सुलझा नहीं लेते, हम आपसे व्यापार के बारे में बात नहीं करेंगे’ और उन्होंने ऐसा किया (सैन्य संघर्ष रोका)।…’’
ट्रंप ने 10 मई को सोशल मीडिया के जरिए घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान वाशिंगटन की मध्यस्थता में हुई बातचीत के बाद ‘‘पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम’’ पर सहमत हो गए हैं। इसके बाद से उन्होंने विभिन्न अवसरों पर एक दर्जन से अधिक बार अपना यह दावा दोहराया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को ‘‘सुलझाने में मदद’’ की।
भारत हालांकि लगातार यह कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष समाप्त करने पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।
भाषा सिम्मी प्रशांत
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