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Tuesday, July 15, 2025

फौजा सिंह ने दुनियाभर में सिख समुदाय को गौरवान्वित किया : भगवंत मान

Newsफौजा सिंह ने दुनियाभर में सिख समुदाय को गौरवान्वित किया : भगवंत मान

चंडीगढ़, 15 जुलाई (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि अनुभवी मैराथन धावक फौजा सिंह ने अपनी लंबी दूरी की दौड़ से दुनिया भर के सिख समुदाय को गौरवान्वित किया।

सिंह की सोमवार को जालंधर जिले में अपने पैतृक गांव में टहलने के दौरान एक अज्ञात वाहन की टक्कर से मृत्यु हो गई थी। वह 114 वर्ष के थे।

मान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रसिद्ध पंजाबी सिख धावक फौजा सिंह जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। दुनिया के सबसे बुजुर्ग धावक फौजा सिंह जी ने अपनी लंबी दूरी की दौड़ से दुनिया में सिख समुदाय को गौरवान्वित किया। उनकी जगह हमेशा हमारे दिलों में रहेगी। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’’

मंगलवार को जालंधर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंह को टक्कर मारने के बाद फरार हुए चालक का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

उनके परिवार के एक सदस्य ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सिंह का अंतिम संस्कार कुछ दिन बाद होने की संभावना है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कई रिश्तेदार ब्रिटेन और कनाडा सहित विदेशों में रहते हैं इसलिए, उनके यहां पहुंचने में कुछ समय लग सकता है।’’

वर्ष 1911 में एक किसान परिवार में जन्मे, सिंह चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वे 100 वर्ष की आयु में मैराथन पूरी करने वाले पहले व्यक्ति बने और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए।

सिंह ने वृद्धावस्था में मैराथन दौड़ना शुरू किया और अपनी सहनशीलता व एथलेटिक क्षमता के कारण उन्हें ‘टर्बन्ड टॉरनेडो’ उपनाम मिला।

वह 1990 के दशक में इंग्लैंड चले गए थे और हाल के वर्षों में पंजाब स्थित अपने पैतृक गाँव में रहने के लिए लौट आए थे जहां वह अभी रह रहे थे। वह 2012 के लंदन ओलंपिक में मशाल वाहक थे।

पिछले साल, सिंह पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के साथ नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित एक ‘वॉकथॉन’ में शामिल हुए थे।

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी फौजा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया।

बाजवा ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘दुनिया के सबसे बुजुर्ग मैराथन धावक सरदार फौजा सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। वह 114 वर्ष की आयु में भी दृढ़ता और आशा की प्रेरणा बने रहे। पंजाब और दुनिया उनके अद्भुत जीवन को सलाम करती है।’’

पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे दिग्गज फौजा सिंह जी के असामयिक निधन पर दुखी हूं। वह 100 साल की उम्र के बाद भी मैराथन दौड़कर धैर्य, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता की मिसाल थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चौंकाने वाली बात यह है कि वह एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। हो सकता है कि वह और कई साल जीते। उम्मीद है कि अपराधी की पहचान हो जाएगी और उसे सजा दी जाएगी।’’

जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान परगट सिंह ने कहा, ‘‘114 वर्ष की आयु में भी, वह अपनी शक्ति और प्रतिबद्धता से कई पीढ़ियों को प्रेरित करते रहे। उनकी विरासत हमेशा उन लोगों के दिलों में ज़िंदा रहेगी जो एक स्वस्थ और नशा मुक्त पंजाब के लिए लड़ रहे हैं।’’

भाषा गोला नरेश

नरेश

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