मुंबई, 15 जुलाई (भाषा) देश में चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 1.4 प्रतिशत घटकर 10,11,882 इकाई रही है।
गत वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में यह आंकड़ा 10,26,006 इकाई रहा था।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही में कुल दोपहिया वाहन बिक्री भी 6.2 प्रतिशत घटकर 46,74,562 इकाई रह गई, जबकि 2024 की इसी अवधि में यह 49,85,631 इकाई थी। वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) की बिक्री अप्रैल-जून तिमाही में मामूली 0.6 प्रतिशत घटकर 2,23,215 इकाई रह गई, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 2,24,575 इकाई थी।
सियाम के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में तिपहिया वाहनों की बिक्री 1,65,081 इकाई पर लगभग स्थिर रही।
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘‘ 2025-26 की पहली तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 1.4 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 10.1 लाख इकाई रही।’’
मोटर वाहन उद्योग निकाय ने कहा कि पिछले दो वर्ष में दूसरी बार पहली तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई है।
सियाम के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, ‘‘ वाहन उद्योग का प्रदर्शन अपेक्षाकृत सपाट रहा। हालांकि यात्री वाहनों, दोपहिया और तिपहिया वाहनों का खुदरा पंजीकरण पिछली तिमाही की तुलना में मामूली रूप से अधिक रहा।’’
सियाम ने कहा कि इस क्षेत्र में निर्यात वृद्धि अधिकतर बाजारों में स्थिर मांग और पश्चिम एशिया एवं लातिनी अमेरिका में मजबूत प्रदर्शन से हुई। श्रीलंका और नेपाल जैसे पड़ोसी बाजारों में सुधार, जापान से बढ़ती मांग तथा ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के तहत बढ़ते निर्यात ने भी समग्र वृद्धि में योगदान दिया।
सियाम ने कहा कि दूसरी तिमाही के लिए समग्र उद्योग परिदृश्य सतर्क और आशावादी बना हुआ है। हालांकि, पहली तिमाही की चुनौतियां निकट भविष्य में भी बनी रह सकती हैं, लेकिन कई सकारात्मक व्यापक आर्थिक एवं मौसमी संकेतक धीरे-धीरे सुधार का समर्थन कर सकते हैं। आगामी त्योहारों से आमतौर पर मांग को बढ़ावा मिलता है, खासकर यात्री वाहनों एवं दोपहिया वाहन खंड में … यह उपभोक्ता भावनाओं को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
भाषा निहारिका अजय
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