मुंबई, 15 जुलाई (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में मंगलवार को पिछले चार दिन से जारी गिरावट पर विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 317 अंक चढ़ गया। वहीं एनएसई निफ्टी में 113 अंक की तेजी रही। खुदरा महंगाई दर के छह साल के निचले स्तर पर आने के साथ वाहन और औषधि शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 317.45 अंक यानी 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,570.91 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 490.16 अंक तक चढ़ गया था।
पचास शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 113.50 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,195.80 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले, पिछले चार कारोबारी सत्रों में, सेंसेक्स 1,459.05 अंक यानी 1.74 प्रतिशत और निफ्टी 440 अंक यानी 1.72 प्रतिशत टूटा था।
सेंसेक्स की कंपनियों में सन फार्मा, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से लाभ में रहीं।
दूसरी तरफ, आईटी सेवा कंपनी एचसीएल टेक का शेयर 3.31 प्रतिशत के नुकसान में रहा। जून तिमाही में कंपनी के एकीकृत शुद्ध लाभ में 9.7 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे इसका शेयर नीचे आया।
इसके अलावा, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे।
अच्छे मानसून के कारण सब्जियों सहित खाने का सामान सस्ता होने खुदरा मुद्रास्फीति जून में छह साल के निचले स्तर 2.1 प्रतिशत पर आ गई। यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संतोषजनक स्तर (दो प्रतिशत से छह प्रतिशत) के करीब है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मई में 2.82 प्रतिशत और जून, 2024 में 5.08 प्रतिशत थी। पिछले साल नवंबर से मुद्रास्फीति में गिरावट आ रही है।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक और घरेलू घटनाक्रमों से बाजार धारणा में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिका के साथ एक अंतरिम व्यापार समझौते की संभावना को लेकर उम्मीद बढ़ रही है। इससे शुल्क से जुड़े जोखिमों में कमी आ सकती है।
नायर ने कहा, ‘‘इसके साथ ही, घरेलू मुद्रास्फीति कई साल के निचले स्तर पर आ गई है। इससे आरबीआई द्वारा नीतिगत दर में और कटौती की उम्मीद बढ़ी है, जिससे भविष्य में आर्थिक वृद्धि में तेजी आ सकती है…।’’
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.95 प्रतिशत चढ़ा जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप 0.83 प्रतिशत के लाभ में रहा।
बीएसई के 2,576 शेयरों में तेजी रही जबकि 1,479 में गिरावट दर्ज की गयी। वहीं 160 शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘लगातार चार सत्रों की गिरावट के बाद बाजार में थोड़ी राहत देखी गई। बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। खुदरा मुद्रास्फीति में और कमी आने से प्रतिभागियों को राहत मिली। इससे नीतिगत दरों में संभावित कटौती की उम्मीद में ब्याज दर के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में अच्छी लिवाली हुई। हालांकि, एचसीएल टेक्नोलॉजीज के नतीजों के बाद आईटी क्षेत्र में जारी निराशा ने कुल मिलाकर तेजी पर अंकुश लगाया।’’
एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। सोमवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 69.09 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,614.32 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,787.68 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 247.01 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी 67.55 अंक नुकसान में रहा था।
भाषा रमण अजय
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