नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) ओडिशा के बालासोर में एक छात्रा द्वारा कॉलेज परिसर में आत्मदाह करने की घटना की जांच के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने चार सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बालासोर स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज में बीएड की द्वितीय वर्ष की छात्रा (20) ने शिक्षा विभाग के अध्यक्ष समीरा कुमार साहू पर उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
प्रोफेसर के खिलाफ कथित तौर पर कोई भी कार्रवाई न किए जाने से आहत छात्रा ने कॉलेज परिसर में शनिवार को खुद को आग लगा ली थी। इस हादसे में वह 95 प्रतिशत तक जल गई थी। घटना के लगभग 60 घंटे बाद सोमवार रात भुवनेश्वर स्थित एम्स में उसने दम तोड़ दिया था।
यूजीसी सचिव सुदीप सिंह जैन ने कहा, ‘‘घटना से जुड़ी परिस्थितियों की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें संस्थागत नीतियों, शिकायत निवारण तंत्र, उत्पीड़न को रोकने के लिए उठाए गए कदम और छात्र सहायता प्रणालियों जैसे कारकों की उपलब्धता और प्रभावशीलता के बारे में जांच की जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘समिति घटना से जुड़ी परिस्थितियों की जांच करेगा, निर्धारित नियामक प्रावधानों के अनुपालन का आकलन करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगा।’’
समिति की अध्यक्षता गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और यूजीसी सदस्य राज कुमार मित्तल करेंगे।
समिति के सदस्यों में यूजीसी की पूर्व सदस्य सुषमा यादव, गुजरात विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति नीरजा गुप्ता और यूजीसी की संयुक्त सचिव आशिमा मंगला शामिल हैं।
भाषा प्रीति संतोष
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