हैदराबाद, 15 जुलाई (भाषा) तेलंगाना मानवाधिकार आयोग (टीजीएचआरसी) ने राज्य के मुख्य सचिव को नलगोंडा जिले में एक समाज कल्याण विद्यालय की 30 से ज्यादा छात्राओं के ‘विषाक्त भोजन’ के कारण बीमार पड़ने की घटना के संबंध में 28 अगस्त तक एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का मंगलवार को निर्देश दिया।
तेलंगाना के नलगोंडा जिले में अनुसूचित जनजाति की लड़कियों के लिए एक सरकारी समाज कल्याण आवासीय विद्यालय की लगभग 35 छात्राओं ने संदिग्ध भोजन विषाक्तता के कारण उल्टी और अन्य लक्षणों की शिकायत की, जिसके बाद सोमवार को उनका एक अस्पताल में इलाज कराया गया। रविवार शाम को लड़कियों को तला हुआ ‘अलसंदलु’ (लोबिया) और चिकन तथा सोमवार को नाश्ते में ‘पुलिहोरा’ (इमली चावल) परोसा गया।
आयोग ने मुदिगोंडा स्थित अनुसूचित जनजाति कल्याण छात्रावास में ‘भोजन विषाक्तता और अस्वच्छ परिस्थितियों’ की घटना को उजागर करने वाली मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लिया और मुख्य सचिव को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आयोग चाहता था कि रिपोर्ट में प्रभावित छात्रों की स्वास्थ्य स्थिति, जांच के निष्कर्ष, जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई तथा सभी छात्रावासों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निवारक उपाय सुनिश्चित किये जाएं।
भाषा सुरेश दिलीप
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