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नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज और सेंट थॉमस स्कूल को मंगलवार को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली, जिसके बाद दोनों परिसरों में आपातकालीन सेवाएं तुरंत पहुंचीं और अधिकारियों द्वारा पूरे परिसरों में सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बंथिया ने बताया कि सेंट स्टीफन कॉलेज की ओर से कहा गया है कि कॉलेज को सुबह सवा सात बजे बम की धमकी मिली थी।
पुलिस के एक बयान में बंथिया के हवाले से कहा गया, ‘‘मेल में कहा गया कि कॉलेज परिसर और पुस्तकालय में चार परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) और दो आरडीएक्स (विस्फोटक) लगाए गए हैं, जो अपराह्न दो बजे तक फट जाएंगे।’’
अधिकारियों ने बताया कि मौरिस नगर पुलिस थाने और अन्य एजेंसियों की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पूरे परिसर की घेराबंदी की गयी। इसके बाद गहन जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने बताया कि उसे सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर सेंट स्टीफन कॉलेज में बम होने की सूचना मिली, जबकि सेंट थॉमस स्कूल से भी आठ बजकर एक मिनट पर बम की धमकी की एक और सूचना मिली।
डीएफएस ने बताया, ‘‘हमने दमकल की कई गाड़ियां मौके पर भेजीं। जांच के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।’
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को भी तीन स्कूलों में बम रखे जाने की धमकी मिली, हालांकि जांच के बाद अधिकारियों ने इसे अफवाह करार दिया। ये धमकियां सोमवार तड़के ईमेल के ज़रिए द्वारका सेक्टर-16 और प्रशांत विहार स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्कूलों तथा चाणक्यपुरी स्थित नेवी चिल्ड्रन स्कूल को प्राप्त हुई थी।
द्वारका स्थित स्कूल में बम की धमकी के बाद, स्कूल प्रशासन ने तुरंत अभिभावकों को उनके बच्चों को घर ले जाने के लिये कहा था।
यहां केजी में पढ़ने वाली छात्रा के पिता वरुण कुमार ने लगातार बढ़ रहीं ऐसी घटनाओं पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहली बार नहीं है। इस तरह की धमकियां अक्सर सामने आती रहती हैं। पुलिस को ऐसे ईमेल भेजने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।’’
यहां एक अन्य अभिभावक ने स्थिति को भयावह बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे रिश्तेदारों ने मुझे बम की धमकी के बारे में बताया। जब मुझे इसके बारे में पता चला, तो मैं अपने बेटे को घर ले जाने के लिए स्कूल भागी।’’
स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र के पिता अरुण शर्मा ने कहा, ‘‘ये बार-बार मिलने वाली बम की धमकियां बहुत परेशान करने वाली हैं। पिछले साल भी इसी तरह के फर्जी ईमेल भेजे गए थे, जिससे अभिभावकों में दहशत फैल गई थी। बाद में यह झूठ निकला। पुलिस को इन फर्जी बम धमकियों के पीछे छिपे लोगों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।’’
भाषा यासिर प्रशांत
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