नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) इन्फोसिस फाउंडेशन ने मंगलवार को कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य 2030 तक भारत में पांच लाख लोगों को अच्छी नौकरी के लिए काबिल बनाना है।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी की परमार्थ और कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) से जुड़ी इकाई ने इसके पहले चरण के लिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है।
इन्फोसिस का प्रमुख डिजिटल लर्निंग मंच, इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड कौशल हासिल करने वालों को न केवल सीखने और कौशल विकास के लिए सहायता देगा, बल्कि स्थायी आजीविका और करियर के अवसर भी प्रदान करेगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘इन्फोसिस फाउंडेशन… ने आज इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड आजीविका कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। इसका मकसद 2030 तक देश में पांच लाख नौकरी चाहने वालों को अच्छा रोजगार प्राप्त करने के काबिल बनाना है।’’
इन्फोसिस फाउंडेशन ने कार्यक्रम के पहले चरण के लिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है।
इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड आजीविका कार्यक्रम स्टेम (विज्ञान, प्रोद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) और अन्य उद्योगों में स्नातक और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों तरह के युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर केंद्रित है।
इन्फोसिस फाउंडेशन के ट्रस्टी सुमित विरमानी ने कहा, ‘‘हमारे देश में बड़ा अवसर यह है कि उद्योग और एआई के क्षेत्र में मांगों को पूरा करने के लिए कौशल विकास पहल पर ध्यान दिया जाए और फिर सीखने से आजीविका तक का मार्ग तैयार किया जाए…। इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड आजीविका कार्यक्रम इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए शुरू किया गया है।’’
भाषा रमण अजय
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