रायपुर, 15 जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ विधानसभा ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय सशस्त्र बलों के वास्ते मंगलवार को अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया।
पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे।
यह प्रस्ताव मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों की अनुपस्थिति में पारित किया गया। कांग्रेस ने कार्यवाही का बहिष्कार किया था।
संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने सदन में प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, ‘‘यह सदन सात मई, 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किए जाने के ऐतिहासिक कदम पर ‘भारतीय सेना’ का उसके अदम्य साहस एवं वीरता तथा देश के ‘यशस्वी प्रधानमंत्री’ का उनकी रणनीतिक दक्षता के लिए हार्दिक अभिनंदन करता है।’’
इस दौरान मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति देश की दृढ़ प्रतिबद्धता और आतंकवाद के प्रति कड़े रुख को दर्शाया है।
उन्होंने कहा,‘‘ सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए आतंकवाद को करारा जवाब दिया और हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। हम अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मार्गदर्शन के लिए भी उनका आभार व्यक्त करते हैं।’’
कश्यप ने कहा कि भारत अब चुप बैठने वाला देश नहीं रहा, बल्कि मोदी जी के नेतृत्व में आतंकवाद को करारा जवाब देने वाला भारत बन गया है।
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत ने साफ कर दिया है कि जो भी उसे छेड़ेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
मंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरा देश गुस्से में था, क्योंकि पहलगाम में लोगों का नाम और धर्म पूछकर उनकी हत्या की गई थी। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए इसका करारा जवाब दिया गया।
चर्चा में भाग लेते हुए, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और सशस्त्र बलों की सराहना की।
जैसे ही भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने प्रस्ताव पर अपना भाषण शुरू किया, कांग्रेस विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
विधानसभा में विपक्ष के नेता चरण दास महंत ने कहा, ‘‘कांग्रेस भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम करती है, लेकिन चर्चा के दौरान हमें निशाना बनाया जा रहा था, इसलिए हमने इसका बहिष्कार किया।”
विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से महंत ने कहा कि कांग्रेस सदस्य चर्चा में भाग लेने के लिए सदन में थे, लेकिन जिस तरह से चर्चा शुरू हुई, उसका उद्देश्य जानबूझकर कांग्रेस को निशाना बनाना था।
उन्होंने कहा,‘‘ उनका (भाजपा सदस्यों का) इरादा हमें चिढ़ाने का था।’’
भाषा संजीव राजकुमार
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