नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) कांग्रेस ने मंगलवार को फैसला किया कि 21 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मानसून सत्र के दौरान वह पहलगाम हमले के आतंकियों के बारे में अब तक पता नहीं चलने, ऑपरेशन सिंदूर को ‘रोके जाने’ और बिहार में जारी मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस के संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक के बाद राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि देश यह पूछ रहा है कि पहलगाम में 26 महिलाओं के मांग का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकी कहां हैं।
उन्होंने कहा कि यह भी मुद्दा है कि अमेरिका के दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया।
तिवारी ने कहा कि संसद में पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता इन दोनों मामलों पर सरकार से जवाब मांगने की होगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी पुनरीक्षण के विषय को भी उठाएगी।
उनका कहना था कि निर्वाचन आयोग जिस तरह से पुनरीक्षण कर रहा है उससे लोकतंत्र को खतरा है।
तिवारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्ज देने की मांग इस सत्र में उठाई जाएगी।
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई को आरंभ होगा और 21 अगस्त तक चलेगा।
भाषा हक माधव
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