मुंबई, 15 जुलाई (भाषा) पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत की हार पर निराशा व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि इस टीम में असाधारण प्रतिभा होने के बावजूद उसे गलत नतीजे का सामना करना पड़ा।
गांगुली का मानना है कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का बेहतर प्रदर्शन भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में बढ़त दिला देता।
भारतीय टीम तीसरे टेस्ट में जीत के लिए 193 रन का पीछा करते हुए लक्ष्य से 22 रन दूर रह गयी। इस हार के साथ ही टीम पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पिछड़ गयी।
शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद रविंद्र जडेजा (नाबाद 61) की अगुवाई में निचले क्रम के बल्लेबाजों से जिस तरह का संघर्ष दिखाया वह काबिले तारीफ था।
गंगुली ने इंडियन रेसिंग लीग और एफ 4 इंडिया चैम्पियनशिप कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘ इस श्रृंखला में भारत के बल्लेबाजी के तरीके से थोड़ी निराशा हुई, उन्हें यह 190 रन बनाने चाहिए थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप जडेजा को इस तरह से संघर्ष करते हुए देखते है तो मुझे लगता है कि इस टीम में जो प्रतिभा है उससे खिलाड़ी मुझसे ज्यादा निराश होंगे। यह इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में 2-1 की बढ़त लेने का मौका था। मुझे यकीन है कि वे 190 तक नहीं पहुंच पाने से निराश होंगे, खासकर उनके ड्रेसिंग रूम में बल्लेबाजी की गुणवत्ता को देखते हुए।’’
गांगुली ने कहा कि अगर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज थोड़ा बेहतर खेलते, तो परिणाम अलग होता।
यशस्वी जायसवाल अपना खाता नहीं खोल पाए, जबकि शुभमन गिल (छह) और ऋषभ पंत (नौ) दोहरे अंक तक नहीं पहुंच पाए। केएल राहुल ने पारी का आगाज करते हुए 39 रनों की पारी खेली, लेकिन आखिर में जडेजा (61 रन नाबाद) अकेले पड़ गये।
गांगुली ने कहा, ‘‘अगर शीर्ष क्रम ने थोड़ा भी संघर्ष किया होता तो यह मैच भारत की झोली में होता।’’
बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख ने जडेजा की असाधारण बल्लेबाजी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘जडेजा असाधारण रहे हैं, वह भारत के लिए तब तक खेलना जारी रखेंगे जब तक वह इस तरह बल्लेबाजी और प्रदर्शन करते रहेंगे।’’
गांगुली ने कहा, ‘‘ वह लंबे समय से टीम में हैं। उन्होंने लगभग 80 टेस्ट मैच और 200 से अधिक एकदिवसीय मैच खेले हैं। आप बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करते हुए उनके अनुभव को महसूस कर सकते हैं। वह एक विशेष खिलाड़ी हैं और पिछले कुछ वर्षों में उनकी बल्लेबाजी में वास्तव में सुधार हुआ है। वह इस टीम का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।’’
भाषा आनन्द सुधीर
सुधीर
आनन्द