शिमला, 15 जुलाई (भाषा) मौसम विभाग ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के दो से नौ जिलों में इस सप्ताह भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया और राज्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद कुल 199 सड़कें बंद हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 20 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 14 जुलाई तक लगभग 105 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से 61 लोगों की मौत बारिश से जुड़ी घटनाओं में और 44 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं, जबकि 184 लोग घायल हुए हैं, वहीं 35 लोग लापता हैं।
एसईओसी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश को वर्षाजनित घटनाओं में 786 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
राज्य में इस मानसून के 31 बार बाढ़, 22 बार बादल फटने और 18 बार भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
आपदा प्रभावित मंडी जिले में लगभग 141 सड़कें बंद हैं और मंगलवार शाम तक जलापूर्ति की 171 योजनाएं और 68 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर भी प्रभावित हुए हैं।
इस बीच, शिमला के उपनगर जुब्बड़हट्टी में सोमवार शाम से 56.8 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद काहू में 39.5 मिलीमीटर, बिलासपुर में 31.3 मिलीमीटर, स्लैपर में 30.1 मिलीमीटर, कसौली में 28 मिलीमीटर, धर्मपुर में 24.2 मिलीमीटर, कुफरी में 23.5 मिलीमीटर, मुरारी देवी में 21.8 मिलीमीटर, शिमला में 20.8 मिलीमीटर, पच्छाद में 19.1 मिलीमीटर, करसोग में 19 मिलीमीटर, धौलाकुआं में 18.5 मिलीमीटर और जोत में 17.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
सुंदरनगर, पालमपुर और शिमला में गरज के साथ बारिश हुई, जबकि कुफरी और धौलाकुआं में 37 से 41 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।
अधिकारियों ने बताया कि 30 जून की रात मंडी के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के बाद बह गए 27 लोगों का पता लगाने के लिए तलाश अभियान अब भी जारी है।
भाषा यासिर दिलीप
दिलीप