नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) कृषक संगठन भारतीय किसान आंदोलन समन्वय समिति ने मंगलवार को सरकार से भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते में डेयरी सहित खेती-बाड़ी के किसी भी पहलू को शामिल नहीं करने का आग्रह किया। संगठन ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो इसके इस क्षेत्र पर गंभीर प्रभाव पड़ेंगे।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को लिखे एक पत्र में समिति ने कहा कि सरकार को अमेरिका के साथ ऐसे किसी भी व्यापार समझौते को रोकना चाहिए जो किसानों के हितों के लिए नुकसानदायक हो।
समिति ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर बातचीत पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘हम आपसे भारतीय किसानों के हितों की रक्षा, खाद्य संप्रभुता और सुरक्षा सुनिश्चित करने और हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जीवंतता की रक्षा के लिए इस व्यापार समझौते से कृषि के सभी पहलुओं को बाहर रखने का अनुरोध करते हैं।’’
भारतीय किसान आंदोलन समन्वय समिति (आईसीएफएम) ने कहा कि अमेरिकी कृषि उत्पादों को शुल्क-मुक्त पहुंच प्रदान करने वाले व्यापार समझौते के संभावित परिणाम बेहद चिंताजनक हैं।
भारतीय अधिकारियों का दल व्यापार समझौते पर पांचवें दौर की वार्ता के लिए अमेरिका में है। अमेरिका कृषि क्षेत्र में रियायतें चाह रहा है, लेकिन भारत इस मामले में कोई भी छूट देने को तैयार नहीं है।
भाषा रमण अजय
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