नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) यूट्यूबर समय रैना मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के समक्ष पेश हुए और अपने शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने पर लिखित माफी मांगी।
दिव्यांग लोगों का मजाक उड़ाने के आरोप में कार्रवाई की मांग को लेकर दर्ज मामले में ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ के प्रस्तोता रैना सहित पांच सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मंगलवार को उच्चतम न्यायालय में पेश हुए।
एनसीडब्ल्यू ने एक ऑनलाइन मंच पर प्रसारित कार्यक्रम में आपत्तिजनक सामग्री को लेकर रैना को तलब किया था। एक बयान के अनुसार, एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष विजय राहतकर के समक्ष सुनवाई के दौरान रैना ने अपनी टिप्पणियों के लिए खेद व्यक्त किया और आयोग को आश्वासन दिया कि वह भविष्य में इस तरह के बयान देने से बचेंगे।
एनसीडब्ल्यू के बयान में कहा गया है कि उन्होंने ऐसी सामग्री बनाने पर भी सहमति व्यक्त की जो महिलाओं की गरिमा को बनाए रखे और उनके अधिकारों और सम्मान के बारे में जागरूकता फैलाए।
राहतकर ने रैना से स्पष्ट शब्दों में कहा कि सार्वजनिक हस्तियों को महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान प्रदर्शित करना चाहिए, खासकर सार्वजनिक मंचों पर। उन्होंने रैना से आग्रह किया कि वह अपने काम के माध्यम से लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में रचनात्मक भूमिका निभाएं।
एनसीडब्ल्यू ने शो के प्रतिभागियों और मेजबानों द्वारा महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों पर जन आक्रोश फैलने के बाद रैना को नोटिस जारी किया था।
आयोग ने उन्हें पेश होने के लिए फरवरी से कई बार समन जारी किया था। रैना और अन्य प्रतिवादी यात्रा और सुरक्षा संबंधी कारणों का हवाला देते हुए 17 फरवरी को हुई मूल सुनवाई में शामिल नहीं हुए थे।
एनसीडब्ल्यू ने सुनवाई को पुनर्निर्धारित किया और उन्हें भारत लौटने और व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का समय दिया गया।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब इस वर्ष के शुरू में हास्य-आधारित यूट्यूब प्रतिभा शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ के क्लिप वायरल हो गए, जिसमें आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं।
इसके बाद महाराष्ट्र साइबर प्रकोष्ठ द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई और एनसीडब्ल्यू ने इस मुद्दे पर स्वतः संज्ञान लिया।
यूट्यूब से कार्यक्रम को फरवरी में हटा लिया गया था, और रैना ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी।
भाषा नोमान माधव
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