नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल ने सात सरकारी बैंकों से लिए गए 8,585 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान नहीं किया है।
कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में यह जानकारी दी।
घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी के ऊपर कुल कर्ज 30 जून, 2025 तक 34,484 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसमें 8,585 करोड़ रुपये का बैंक ऋण, 24,071 करोड़ रुपये का सरकारी गारंटी वाला बॉन्ड शामिल है।
कुल ऋण चूक में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 3,733.22 करोड़ रुपये, इंडियन ओवरसीज बैंक का 2,434.13 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया का 1,121.09 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक का 474.66 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक का 363.43 करोड़ रुपये, यूको बैंक का 273.58 करोड़ रुपये और पंजाब एंड सिंध बैंक का 184.82 करोड़ रुपये का कर्ज शामिल है। इसमें मूलधन और ब्याज का भुगतान भी शामिल है।
ऋण भुगतान में चूक अगस्त, 2024 से फरवरी, 2025 के बीच हुई है।
एमटीएनएल ने 31 मार्च, 2025 के अंत में 8,346.24 करोड़ रुपये की चूक की सूचना दी थी, जो अगस्त, 2024 से फरवरी, 2025 की इसी अवधि के दौरान हुई थी।
भाषा रमण अजय
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