(विनय शुक्ला)
मॉस्को, 15 जुलाई (भाषा) रूस की राजधानी मॉस्को में राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन और ऐतिहासिक रेड स्क्वायर के पास नौ दिवसीय भारत उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें कम से कम 8.50 लाख लोगों ने शिरकत की।
भारत उत्सव रूसी राजधानी के मध्य में स्थित प्रतिष्ठित मानेझनाया स्क्वायर पर आयोजित किया गया। इसका आयोजन रूस स्थित भारतीय दूतावास द्वारा मॉस्को सिटी सरकार और भारतीय महिला एसोसिएशन के सहयोग से किया गया था। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के इस उत्सव में शामिल होने से रूस में भारतीय संस्कृति के प्रति बढ़ते लगाव का पता चलता है।
मॉस्को ने आगंतुकों के लिए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक जीवंत और मनमोहक उत्सव प्रस्तुत किया।
ऐतिहासिक रेड स्क्वायर के सामने स्थित उत्सव स्थल को एक अद्भुत उष्णकटिबंधीय परिदृश्य में बदल दिया गया था, जिसमें हरियाली, एक कृत्रिम झरना, पारंपरिक भारतीय सजावट और समर्पित विश्राम क्षेत्र शामिल थे।
मानेझनाया स्क्वायर के दो मंचों पर 500 से अधिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिनमें भारत के 150 से अधिक कलाकारों और स्थानीय भारतीय समुदायों के सांस्कृतिक दलों द्वारा प्रतिदिन योग, ध्यान और आध्यात्मिक कक्षाएं शामिल थीं।
भारतीय नृत्य और संगीत सीखने वाले 350 से अधिक स्थानीय रूसी कलाकारों ने भी उत्सव में प्रस्तुतियां दीं।
भारत उत्सव में विशेष आकर्षण ओडिशा के अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त रेत कलाकार सुदाम प्रधान द्वारा रेत कला का सजीव प्रदर्शन था।
समापन समारोह में अपने भाषण में नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने भारत और रूस के बीच स्थायी सांस्कृतिक बंधनों और मधुर संबंधों पर प्रकाश डाला।
रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने आयोजकों, कलाकारों, स्वयंसेवकों, प्रतिभागियों और रूसी दर्शकों के प्रति उत्सव में उनकी उत्साहपूर्ण भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और रूस के बीच एक विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी है, जो इस तरह की सांस्कृतिक पहलों के माध्यम से और भी गहरी होती जा रही है। ’’
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