फर्रुखाबाद (उप्र), 15 जुलाई (भाषा) फर्रुखाबाद जिले में कथित रूप से पुलिस की पिटाई से क्षुब्ध होकर एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी।
व्यक्ति के परिजन के विरोध प्रदर्शन के बाद इस मामले में दो पुलिसकर्मियों समेत पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना में कथित रूप से शामिल दोनों पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है।
यह घटना मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के छेद्दांगला गुतासी गांव में हुई।
मृतक दिलीप के पिता रामरहीस ने पुलिस को बताया कि दिलीप का अपनी पत्नी नीरज के साथ विवाद था और नीरज ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया था।
सोमवार को दिलीप को स्थानीय हथियापुर पुलिस चौकी बुलाया गया था।
रामरहीस ने आरोप लगाया कि कांस्टेबल यशवंत यादव ने दिलीप को छोड़ने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की और इसके बाद महेश उपाध्याय नामक कांस्टेबल दिलीप को अंदर ले गया जहां उसने कथित तौर पर रजनीश राजपूत नाम के शख्स के कहने पर उसकी पिटाई की।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि क्या राजपूत रामरहीस का रिश्तेदार था या वह इस मामले में क्यों शामिल था।
मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि बाद में कांस्टेबल उपाध्याय ने मामले को ‘‘सुलटाने’’ करने के लिए परिवार से 40,000 रुपये लिए और इसके बाद वह अपने बेटे को घर ले आया।
उन्होंने कहा कि दिलीप ने उसी रात अपने कमरे में साड़ी से फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
रामरहीस के मुताबिक, दिलीप ने जो पैंट पहनी थी उस पर एक संदेश लिखा हुआ था। दिलीप के परिवार ने कहा कि मंगलवार तड़के लगभग पांच बजे उसका शव फांसी से लटका मिला।
जब पुलिस ने कमरे से शव निकालने का प्रयास किया, तो परिवार ने इसका विरोध किया और आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की।
अपर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह, निरीक्षक चंद्रिका प्रसाद और थाना प्रभारी बलराज भाटी स्थिति को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचे। सांसद मुकेश राजपूत के भतीजे राहुल राजपूत भी परिवार से मिलने पहुंचे और पुलिस कार्रवाई की मांग की।
एक अधिकारी ने बताया कि हंगामे के बाद दिलीप के ससुर बनवारी लाल, साले राजू और रजनेश राजपूत के साथ-साथ हथियापुर चौकी के कांस्टेबल यशवंत यादव और महेश उपाध्याय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
अपर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने बताया कि 40,000 रुपये लेने और युवक के साथ मारपीट करने के आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने निलंबित कर दिया है।
उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
भाषा सं सलीम सिम्मी
सिम्मी