इम्फाल, 16 जुलाई (भाषा) मणिपुर में सुरक्षा बलों ने आंतरिक रूप से विस्थापित (आईडीपी) करीब 100 लोगों को बुधवार को इम्फाल ईस्ट जिले के डोलाइथबी स्थित गांवों में लौटने से रोक दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए ऐहतियाती कदम के तौर पर इन्हें अपने गांवों की ओर लौटने से रोका गया।
ये विस्थापित लोग इम्फाल ईस्ट जिले के सजीवा के पास एक राहत शिविर में रह रहे थे और अपने मूल गांव लौटने के लिए डोलाइथबी की ओर बढ़ रहे थे। अधिकारी ने कहा, “उन्हें डोलाइथबी से लगभग 2.5 किलोमीटर दूर पुखाओ तेजपुर के पास रोक दिया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।”
डोलाइथबी एक ‘‘संवेदनशील सीमा क्षेत्र’’ में स्थित है और मई 2023 में भड़की जातीय हिंसा के दौरान कांगपोकपी जिले के पड़ोसी पहाड़ी क्षेत्रों से कई बार हमलों का सामना कर चुका है।
पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है और सीआरपीएफ की महिला कंपनी को भी तैनात किया गया है। जिला प्रशासन और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थानीय नेताओं के साथ बातचीत कर मामले का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। वरिष्ठ अधिकारी कानून-व्यवस्था की स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि मई 2023 में मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच भड़की जातीय हिंसा में अब तक 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं।
केंद्र सरकार ने 13 फरवरी को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। राज्य विधानसभा की अवधि 2027 तक है, लेकिन उसे निलंबित रखा गया है।
भाषा मनीषा नरेश
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