नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने वाले कांवड़ियों के लिए महाकुंभ की तर्ज पर 17 स्वागत द्वार स्थापित किए गए हैं।
पूर्वी दिल्ली में अप्सरा बॉर्डर पर तीर्थयात्रियों के लिए लगाए गए शिविरों का निरीक्षण करते हुए मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि इस वर्ष 374 शिविर लगाए गए हैं जो पिछले साल 170 शिविरों की संख्या से दोगुने से भी अधिक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष की व्यवस्था ऐतिहासिक है। स्वागत द्वार हमारी भक्ति के प्रतीक हैं। इनमें (राष्ट्रीय राजधानी में स्थापित किए गए 17 द्वार) से 12 द्वारों का नाम 12 ज्योतिर्लिंगों पर रखा गया है, जबकि शेष द्वार भगवान शिव को समर्पित हैं।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रा के लिए यातायात प्रबंधन, पानी, भोजन, स्वच्छता और चिकित्सा सुविधाओं सहित सभी तैयारियां कर ली हैं।’’
मिश्रा ने कहा, ‘‘सभी समुदायों के लोग कांवड़ियों के स्वागत का हिस्सा बन रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अन्य कैबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी में 20 जुलाई को खुद कांवड़ियों का स्वागत करेंगी।
मंत्री ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए कई एजेंसियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सुचारू और सुरक्षित कांवड़ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों, दिल्ली पुलिस व अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।’’
कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू हुई जिसका समापन 23 जुलाई को होगा।
भाषा खारी नरेश
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