केप टाउन, 16 जुलाई (एपी) अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के तीसरे-देश में निर्वासन से जुड़े कार्यक्रम को विस्तार देते हुए पांच लोगों को अफ्रीकी देश एस्वातिनी निर्वासित कर दिया है। अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में लोगों को उन देशों में भेजने पर लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया था, जहां से उनका कोई संबंध नहीं है। इसके बाद ट्रंप प्रशासन ने आठ लोगों को एक अन्य अफ्रीकी देश दक्षिण सूडान निर्वासित कर दिया था।
गृह सुरक्षा विभाग की सहायक मंत्री ट्रिशिया मैकलॉघलिन ने मंगलवार देर रात ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि वियतनाम, जमैका, क्यूबा, यमन और लाओस के पांच नागरिकों को एक विमान से एस्वातिनी रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि वे सभी दोषी ठहराए गए अपराधी थे और ‘इतने बर्बर व्यक्ति थे कि उनके मूल देशों ने उन्हें वापस लेने से इनकार कर दिया था।’
एस्वातिनी के अधिकारियों ने फिलहाल तीसरे देश के निर्वासित लोगों को स्वीकार करने के सिलसिले में कोई समझौता होने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, न ही उन्होंने यह बताया है कि देश में इन लोगों के साथ क्या किया जाएगा।
ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को स्वीकार करने के लिए अफ्रीकी देशों के साथ और समझौते करने की कोशिश कर रहा है। नाइजीरिया सहित कुछ देशों ने ऐसे समझौते का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि वह दूसरे देशों के निर्वासित नागरिकों को लेने के अमेरिकी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे।
अमेरिका ने वेनेजुएला के सैकड़ों नागरिकों और अन्य लोगों को कोस्टा रिका, अल साल्वाडोर और पनामा भी भेजा है।
एस्वातीनी लगभग 12 लाख की आबादी वाला अफ्रीकी देश है, जो दक्षिण अफ्रीका और मोजाम्बिक से घिरा हुआ है। यह अफ्रीका का एकमात्र और दुनिया के चुनिंदा राजतंत्रों में से एक है। महाराज मस्वाती तृतीय 1986 से इस पर शासन कर रहे हैं। एस्वातीनी को पहले स्वाजीलैंड के नाम से जाना जाता था।
भाषा पारुल शोभना
शोभना