मुंबई, 16 जुलाई (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया बुधवार को 18 पैसे टूटकर 85.94 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितताओं के बीच प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा में मजबूती से रुपये पर दबाव बढ़ा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि विदेशी पूंजी प्रवाह में वृद्धि और वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से हालांकि घरेलू मुद्रा को निचले स्तर पर समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 86.02 पर कमजोर रुख के साथ खुला। कारोबार के दौरान यह 85.74 से 86.05 प्रति डॉलर के दायरे में रहा। अंत में यह 85.94 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 18 पैसे की गिरावट है।
रुपया मंगलवार को 16 पैसे की बढ़त के साथ 85.76 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘ हम व्यापार समझौते के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि निवेश और विदेशी कोषों की निकासी के कारण रुपया 85.70 से 86.10 के बीच कारोबार कर रहा है। हमारा अनुमान है कि रुपया बृहस्पतिवार को भी इसी दायरे में रहेगा।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.54 पर आ गया।
घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स 63.57 अंक की बढ़त के साथ 82,634.48 अंक पर जबकि निफ्टी 16.25 अंक चढ़कर 25,212.05 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 68.53 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 120.47 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा निहारिका अजय
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