नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत मतदाता सूची को दुरुस्त करने की कवायद में मततदाओं की सक्रिय भागीदारी के लिए बुधवार को उनका धन्यवाद किया।
कुमार ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब उच्चतम न्यायालय ने इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पुनरीक्षण के पीछे की मंशा पर सवाल उठाने वाली याचिकाओं की सुनवाई की है।
विपक्षी दलों ने दावा किया है कि पुनरीक्षण की कवायद से करोड़ों पात्र भारतीय नागरिक नागरिकता दस्तावेजों के अभाव में मताधिकार से वंचित हो जाएंगे।
कुमार ने यहां एक प्रशिक्षण सत्र के दौरान बूथ स्तर के अधिकारियों के एक समूह से कहा, ‘‘मैं बिहार के सभी पात्र मतदाताओं को मतदाता सूची को दुरुस्त करने में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए धन्यवाद देता हूं।’’
निर्वाचन आयोग ने कहा है कि 7.9 करोड़ मतदाताओं में से केवल 6.85 प्रतिशत ने अभी तक एसआईआर के तहत गणना फॉर्म नहीं भरे हैं।
उसका कहना है, ‘‘आज तक, मौजूदा मतदाताओं में से 6,99,92,926 ने एक अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में शामिल होने के लिए अपना गणना फॉर्म दिया है।’’
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