माइलादुत्रयी (तमिलनाडु), 16 जुलाई (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने विपक्ष के नेता ई के पलानीस्वामी पर बुधवार को आरोप लगाया कि उन्होंने अपने स्वार्थ के कारण एवं अपने परिवार के सदस्यों को छापेमारी से बचाने के लिए ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित शाह के पास गिरवी रख दिया।
स्टालिन ने यहां एक सरकारी समारोह को संबोधित करते हुए 15 जुलाई को शुरू किए गए संपर्क कार्यक्रम ‘उंगलुदन स्टालिन’ (स्टालिन आपके साथ) और उसके उद्देश्य का जिक्र किया। इस कार्यक्रम की एक खास बात यह है कि पात्र महिलाएं ‘कलैगनार मगलिर उरीमाई थोगाई थिट्टम’ (कलैगनार महिला अधिकार अनुदान योजना) के लिए आवेदन कर सकती हैं, जिसके तहत उन्हें 1,000 रुपये मासिक सहायता दी जाती है।
स्टालिन ने सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने और उनके आस-पड़ोस में विशेष शिविर लगाकर उनकी शिकायतों का निवारण करने के लिए ‘उंगलुदन स्टालिन’ कार्यक्रम शुरू किया।
उन्होंने कहा कि अब तक 1.14 करोड़ महिलाओं को 1,000 रुपये मासिक सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें कहा गया है कि कुछ पात्र व्यक्तियों को सहायता नहीं मिली है और ‘‘मैं इस बात पर दृढ़ हूं कि पात्र लोगों को वंचित नहीं रखा जाना चाहिए।’’
स्टालिन ने दावा किया कि हालांकि अन्नाद्रमुक प्रमुख पलानीस्वामी इस योजना से घबराए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पलानीस्वामी अपनी पार्टी से जुड़े परिवारों से इस योजना के कार्यान्वयन के बारे में पूछताछ कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘स्टालिन सरकार तमिलनाडु के लोगों को अपना परिवार मानती है; पार्टी के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता। हजार रुपये की सहायता सहित सभी सरकारी योजनाएं अन्नाद्रमुक परिवारों की महिलाओं तक भी पहुंचती हैं। क्या इससे इनकार किया जा सकता है?’’
महिलाओं के लिए नि:शुल्क बस यात्रा योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे महिलाओं को हर महीने 800 रुपये से अधिक की बचत हुई है इसलिए 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता एवं मुफ्त यात्रा योजना मिलकर महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक आजादी का आधार बनी है।
द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने कहा कि वह अपनी सरकार की ऐसी कई योजनाओं को गिना सकते हैं लेकिन ‘‘क्या अन्नाद्रमुक प्रमुख पलानीस्वामी अपनी उपलब्धियां गिना सकते हैं? …पलानीस्वामी जनता को ही दोषी ठहराते हैं और कहते हैं कि 1,000 रुपये की योजना से जनता धोखे में आ गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जनता धोखे में नहीं आई। आप ही भाजपा पर विश्वास करके धोखा खा गए हैं। आपने अपने स्वार्थ के लिए और अपने परिवार के सदस्यों को छापेमारी से बचाने के लिए अन्नाद्रमुक को ही अमित शाह के पास गिरवी रख दिया है।’’
स्टालिन ने यह विस्तार से नहीं बताया कि ‘‘छापे’’ से उनका क्या मतलब था और न ही उन्होंने किसी विशिष्ट सरकारी एजेंसी का नाम लिया।
द्रमुक प्रमुख ने दावा किया कि अन्नाद्रमुक नेताओं और खुद पलानीस्वामी ने कहा था कि 2021 के विधानसभा चुनाव में उनकी हार भाजपा के साथ उनके गठबंधन के कारण हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘आपने (पलानीस्वामी) उसी पार्टी के साथ गठबंधन किया है, क्या यह परिवार के प्रति प्रेम है?’’
भाषा
सिम्मी माधव
माधव