अहमदाबाद, 16 जुलाई (भाषा) गुजरात सरकार ने जनजातीय समुदायों के लिए स्वास्थ्य सेवा में सुधार के उद्देश्य से 17 जिलों में जीनोम अनुक्रमण परियोजना शुरू की है। एक मंत्री ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके साथ ही गुजरात, भारत में जनजातीय जीनोम अनुक्रमण परियोजना शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य आदिवासी समूहों के बीच आनुवंशिक स्वास्थ्य जोखिमों को समझना और एक डेटाबेस तैयार करना है।
जनजातीय विकास मंत्री कुबेर डिंडोर ने गांधीनगर में विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों के साथ बैठक के बाद परियोजना की घोषणा की।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस परियोजना का क्रियान्वयन गांधीनगर में स्थित गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र (जीबीआरएस) करेगा।
विज्ञप्ति के अनुसार, इस वैज्ञानिक पहल के तहत गुजरात के (कुल 33 में से)17 जिलों के विभिन्न जनजातीय समुदायों के 2,000 व्यक्तियों का जीनोम अनुक्रमण किया जाएगा।
लोगों का जीनोम अनुक्रमण किसी व्यक्ति के संपूर्ण डीएनए अनुक्रम का निर्धारण करने की प्रक्रिया है। इस व्यापक वैज्ञानिक प्रक्रिया के तहत किसी व्यक्ति की आनुवंशिक संरचना के बारे में जानकारी मिलती है।
भाषा जोहेब सुभाष
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