नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को किसानों से नकली बीजों, उर्वरकों और कीटनाशकों के बारे में सूचना देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि घटिया बीज की बिक्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने नकली बीजों, उर्वरकों और कीटनाशकों के बारे में सूचना टोल फ्री नंबर (18001801551) पर देने की अपील की।
चौहान ने 97वें आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि सरकार किसानों को उर्वरक की थैलियों के साथ-साथ कीटनाशक और जैव-उत्प्ररेक खरीदने के लिए मजबूर करने वाले खुदरा विक्रेताओं पर भी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम घटिया और नकली फसल सामग्री की बिक्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।’’
मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए कड़ी सजा के प्रावधानों के साथ बीज और कीटनाशक कानूनों को मजबूत बनाने पर काम कर रही है।
चौहान के अनुसार, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि किसानों को असली उत्पाद मिले। इसके लिए जरूरी है कि आईसीएआर जैव-उत्प्रेरकों के प्रमाणन का उपाय करे।
उन्होंने बीजों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) के निर्धारण के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया और आईसीएआर तथा मंत्रालय के अधिकारियों से इस मुद्दे पर मिलकर काम करने को कहा।
मंत्री ने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के बावजूद पिछले 11 वर्षों में कृषि उत्पादन में हुई उल्लेखनीय वृद्धि का उल्लेख किया और आईसीएआर से बढ़ती जनसंख्या की बढ़ती खाद्य मांग को पूरा करने के लिए अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ाने का आह्वान किया।
चौहान ने कहा, ‘‘बढ़ती जनसंख्या हमारे लिए बोझ नहीं, बल्कि एक ताकत है।’’ चीन और जापान जैसे देश जनसंख्या वृद्धि अभियान चला रहे हैं।
मंत्री ने दलहन और तिलहन के संबंध में आईसीएआर से किसानों को इन फसलों की ओर आकर्षित करने के लिए उच्च उपज वाली किस्में विकसित करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘किसान तब तक दूसरी फसलों की ओर आकर्षित नहीं होंगे जब तक उन्हें लाभ न दिखाई दे। अगर पैदावार कम है और मुनाफा कम है तो वे विविधीकरण क्यों करेंगे?’’
चौहान ने कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील किसानों, वैज्ञानिकों और संस्थानों को सम्मानित किया और प्रकाशनों का विमोचन किया।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी और आईसीएआर के महानिदेशक मांगी लाल जाट भी उपस्थित थे।
भाषा रमण अजय
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