नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) एअर इंडिया ने अपने बोइंग 787 विमानों में ईंधन नियंत्रण स्विच को ‘लॉक’ करने के तंत्र का निरीक्षण बुधवार को पूरा कर लिया और इसमें कोई समस्या नहीं पाई गई। विमानन कंपनी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
विमानन नियामक डीजीसीए ने सोमवार को विमानन कंपनियों से उनके बोइंग 787 और 737 विमानों में ‘ईंधन स्विच लॉकिंग’ प्रणाली की जांच करने को कहा था। यह निर्देश एअर इंडिया के बोइंग 787 विमान की दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आने के कुछ दिन बाद दिया गया। जांच रिपोर्ट में पाया गया था कि पिछले महीने हुई दुर्घटना से ठीक पहले स्विच बंद हो गए थे।
इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई थी।
अधिकारी ने एअर इंडिया के पायलटों को भेजे गए एक आंतरिक संदेश का हवाला देते हुए कहा, ‘‘सप्ताहांत में हमारी इंजीनियरिंग टीम ने हमारे सभी बोइंग 787 विमानों के ‘ईंधन नियंत्रण स्विच’ (एफसीएस) को ‘लॉक’ करने के तंत्र का एहतियाती निरीक्षण शुरू किया। निरीक्षण पूरा हो गया है और कोई समस्या नहीं पाई गई।’’
अधिकारी ने यह भी बताया कि बोइंग रखरखाव कार्यक्रम के अनुसार सभी बोइंग 787-8 विमानों में ‘थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल’ अपनाया गया है। एफसीएस इसी मॉड्यूल का हिस्सा है।
ईंधन नियंत्रण स्विच विमान के इंजन में ईंधन के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं।
हवाई दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) ने एअर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर शनिवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दोनों इंजन में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में बंद हो गए थे जिससे वह तुरंत ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
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