बेंगलुरु, 17 जुलाई (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक स्थानीय बैंक के प्रवर्तकों के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को बेंगलुरु और उसके आसपास कई जगहों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि यह जांच सुश्रुति सौहार्द बैंक, श्रुति सौहार्द बैंक और श्री लक्ष्मी सौहार्द बैंक तथा एन श्रीनिवास मूर्ति व उनके परिवार के सदस्य समेत बैंक के प्रवर्तकों से संबंधित है।
प्रवर्तकों पर 15,000 से अधिक जमाकर्ताओं के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एजेंसी ने शहर और उसके आसपास कम से कम 15 जगहों पर छापेमारी की।
प्रवर्तकों पर आरोप है कि उन्होंने 15,000 से अधिक जमाकर्ताओं को ज्यादा ब्याज पर धनराशि जमा करने का लालच देकर उनसे 100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम ठग ली।
सूत्रों ने बताया कि यह धनराशि सहयोगियों को असुरक्षित ऋण के रूप में दे दी गई, अधिकांश ऋण ‘गैर निष्पादित आस्तियां’ (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट … एनपीपए) बन गए, इस धन का शोधन किया गया और संपत्तियां खरीदने में इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने बताया कि संघीय जांच एजेंसी ने प्रवर्तकों से जुड़ी 20 से अधिक महंगी संपत्तियों का पता लगाया है और भविष्य में इन्हें धन शोधन विरोधी कानून के तहत कुर्क किया जा सकता है।
भाषा खारी मनीषा
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