जालना, 17 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के जालना जिले में गोरक्षकों पर उत्पीड़न और हमलों का आरोप लगाते हुए पशु व्यापारियों ने कई साप्ताहिक हाट में अपने मवेशियों की खरीद-बिक्री बंद कर दी है। मंडी समिति के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह दावा किया।
पशु व्यापारियों की पिछले सप्ताह हुई बैठक में व्यापार बहिष्कार का फैसला लिया गया था।
स्थानीय कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) के सचिव अनिल खंडाले ने दावा किया कि जालना में 13 जुलाई से सभी 10 प्रमुख साप्ताहिक बाजारों में मवेशियों का व्यापार बंद है।
उन्होंने कहा, ‘‘मवेशियों के कोई खरीदार नहीं होने के कारण साप्ताहिक बाजार प्रभावित हुए हैं। किसान अपने मवेशी ला रहे हैं, लेकिन व्यापारी उन्हें खरीदने से इनकार कर रहे हैं।’’
अखिल भारतीय जमीयतुल कुरेश महाराष्ट्र के अध्यक्ष आरिफ चौधरी ने दावा किया कि राज्य के अन्य जिलों के पशु कारोबारी भी स्वतंत्र रूप से बहिष्कार में शामिल हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि एक बार जब पशुओं को जब्त कर लिया जाता है, तो पुलिस अक्सर उन्हें गोशालाओं में भेज देती है, जिससे मालिकों को उनकी वापसी के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ती है।
चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि गोरक्षक समूह चुनिंदा समुदायों के सदस्यों को निशाना बना रहे हैं।
भाषा वैभव नरेश
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