भुवनेश्वर, 17 जुलाई (भाषा) भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने 10 अगस्त को यहां होने वाली विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर प्रतियोगिता के लिए बृहस्पतिवार को क्वालीफिकेशन स्तर की घोषणा की।
कॉन्टिनेंटल टूर विश्व एथलेटिक्स के तत्वावधान में आयोजित होने वाली ट्रैक एवं फील्ड प्रतियोगिताओं की एक वार्षिक श्रृंखला है और यह प्रतिष्ठित डाइमंड लीग के बाद अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय प्रतियोगिताओं का दूसरा स्तर है।
यह कांस्य स्तरीय टूर प्रतियोगिता स्वर्ण और रजत स्तर की प्रतियोगिताओं से नीचे है।
प्रतियोगिता में 10 से अधिक देशों के 150 से अधिक खिलाड़ी 20 स्पर्धाओं में चुनौती पेश करेंगे।
कई शीर्ष भारतीय खिलाड़ी विदेशी एथलीटों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। हालांकि देश के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं होंगे।
कलिंगा स्टेडियम में होने वाली इस प्रतियोगिता में तुर्कमेनिस्तान, भूटान, फिलिपींस, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इराक, वियतनाम, कैमरून, श्रीलंका, ईरान और मालदीव के एथलीट भाग लेंगे।
पुरुष वर्ग में 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 5000 मीटर, लंबी कूद, त्रिकूद, भाला फेंक और चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में प्रतियोगिताएं होंगी जबकि महिला वर्ग में प्रतियोगी 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर, 100 मीटर बाधा दौड़, लंबी कूद, भाला फेंक, चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में भाग लेंगे।
एक मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा भी आयोजित की जाएगी।
पुरुषों और महिलाओं की 100 मीटर दौड़ के लिए निर्धारित क्वालीफिकेशन स्तर क्रमश: 10.60 और 11:80 सेकेंड है।
अन्य स्पर्धाओं में क्वालीफिकेशन स्तर इस प्रकार है: पुरुष – 200 मीटर (21.30 सेकेंड), 400 मीटर (46.20 सेकेंड), 800 मीटर (एक मिनट 48.50 सेकेंड), 5000 मीटर (14 मिनट 10.00 सेकेंड), लंबी कूद (7.80 मीटर), ट्रिपल जंप (16.30 मीटर), भाला फेंक (75.00 मीटर)।
महिलाएं – 200 मीटर (23.50 सेकेंड), 400 मीटर (53.00 सेकेंड), 800 मीटर (दो मिनट 05.00 सेकेंड), 1500 मीटर (चार मिनट 18.00 सेकेंड), लंबी कूद (6.00 मीटर), 100 मीटर बाधा दौड़ (13.55 सेकेंड), भाला फेंक (52.50 मीटर)।
एएफआई सचिव संदीप मेहता ने कहा, ‘‘हम एक ऐसी प्रतियोगिता की मेजबानी करने के लिए उत्सुक हैं जो एथलेटिक्स उत्कृष्टता और सांस्कृतिक विरासत दोनों का जश्न मनाए और इस प्रतियोगिता एक यादगार अनुभव बनाए।’’
भाषा सुधीर नमिता
नमिता