(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बृहस्पतिवार को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। बाद में, उन्होंने पटना के एक निजी अस्पताल में हत्याभियुक्त की हत्या के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर बिहार सरकार पर फिर निशाना साधा।
समझा जा रहा है कि दोनों नेताओं ने बिहार के राजनीतिक हालात पर चर्चा की, लेकिन बैठक के विवरण पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। बिहार में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
पासवान ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ‘‘गंभीर चिंता’’ का विषय बन गई है क्योंकि रोजाना हत्याएं हो रही हैं, अपराधियों का मनोबल ‘‘आसमान छू रहा है’’ और पुलिस एवं संपूर्ण प्रशासन की कार्यप्रणाली समझ से परे है।
एक अस्पताल के अंदर हत्या की घटना का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि अपराधी कानून के शासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव से पहले अपराध की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं। उम्मीद है कि प्रशासन कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए ठोस और कड़े कदम उठाएगा।’’
हाल में, पासवान बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति के कटु आलोचक बन गए हैं। बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन सत्तारूढ़ है और चिराग की पार्टी उसका सदस्य है।
माना जा रहा है कि युवा नेता चिराग का निशाना नीतीश कुमार पर है, जिनके साथ उनके लंबे समय से असहज संबंध रहे हैं। जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री हैं और उनके पास गृह विभाग का भी प्रभार है।
बिहार के सबसे लंबे समय से मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में उठ रहे सवालों के बीच, पासवान की पार्टी राज्य में अपने नेता के लिए एक बड़ी भूमिका की मांग कर रही है।
नीतीश 2005 से सत्ता में हैं। वह बस मई 2014 से फरवरी 2015 के बीच नौ महीने तक सत्ता में नहीं थे। इस दौरान उन्होंने अपने तत्कालीन पार्टी सहयोगी जीतन राम मांझी को अपनी जगह मुख्यमंत्री नियुक्त किया था।
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाषा
राजकुमार अविनाश
अविनाश