नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) मुख स्वास्थ्य पर ध्यान देने से स्वास्थ्य संबंधी नतीजों को बेहतर बनाने में मदद मिलती है, जिसमें कैंसर से जुड़े परिणाम भी शामिल हैं। यहां स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी।
शोधकर्ताओं ने न केवल प्राथमिक स्तर पर, बल्कि समस्त स्वास्थ्य देखभाल में मुख संबंधी देखभाल उपायों को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
एम्स, दिल्ली के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक शंकर और डॉ. वैभव साहनी ने इस महीने की शुरुआत में ‘द लैंसेट रीजनल हेल्थ – साउथईस्ट एशिया’ में प्रकाशित एक लेख में कहा कि उभरते साक्ष्यों से पता चलता है कि खराब मुख स्वास्थ्य कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है, जिनमें हृदय रोग, मधुमेह, गर्भावस्था के प्रतिकूल परिणाम और अल्जाइमर रोग शामिल हैं।
लेख में पेरियोडोंटल रोग, जिसे मसूड़ों की बीमारी भी कहा जाता है, और पाचन तंत्र, प्रोस्टेट, स्तन, अग्न्याशय, गर्भाशय और फेफड़ों के कैंसर के बीच संबंध का भी पता चलता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सिर और गर्दन कैंसर महामारी विज्ञान (आईएनएचएएनसीई) ने 8,925 एचएनसी मामलों से जुड़े 13 अध्ययनों के संयुक्त विश्लेषण के माध्यम से बताया कि अच्छी मुख स्वच्छता एचएनसी के जोखिम में मामूली कमी से जुड़ी थी।
शोध में सुझाव दिया गया है कि कैंसर चिकित्सा के संदर्भ में मुख स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। हाल में एक व्यवस्थित समीक्षा ने निष्कर्ष निकाला गया कि सिर और गर्दन क्षेत्र में रेडियोथेरेपी (आरटी) मौखिक माइक्रोबायोम को महत्वपूर्ण रूप से बदल देती है, आमतौर पर लाभकारी बैक्टीरिया को कम करती है जबकि संभावित हानिकारक तत्वों को बढ़ाती है, जिससे आरटी के बाद जटिलताएं पैदा होती हैं।
इसमें कहा गया है कि इन निष्कर्षों से यह अनिवार्य हो जाता है कि आरटी से पहले, उसके दौरान और बाद में मुख स्वच्छता बनाए रखी जाये।
डॉ. शंकर और डॉ. साहनी ने हालांकि बताया कि मुख स्वास्थ्य और कैंसर के बीच संबंध पर दक्षिण-पूर्व एशिया से मूल आंकड़ों की कमी है, क्योंकि अधिकांश मूल अध्ययन अपने दायरे को महामारी विज्ञान संबंधी निष्कर्षों तक सीमित रखते हैं।
चिकित्सकों ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि मुख स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य संबंधी नतीजों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसमें कैंसर से बचे रहने से संबंधित परिणाम भी शामिल हैं।’’
भाषा
देवेंद्र रंजन
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