नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों से अपने-अपने देशों में स्थानीय निर्यातकों के सामने आने वाली व्यापार बाधाओं को दूर करने में मदद करने का आग्रह किया है।
गोयल ने 16 जुलाई को 61 देशों में स्थित 74 भारतीय दूतावासों की वाणिज्यिक इकाइयो के प्रमुखों को संबोधित करते हुए भारत के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बाजार के रुझानों, क्षेत्रीय विकास और नियामक ढांचों पर अद्यतन जानकारी सहित व्यापार संबंधी जानकारी एकत्र करने का आह्वान किया।
बैठक के दौरान, भारतीय दूतावासों ने व्यापार संवर्धन गतिविधियों, बाजार पहुंच को लेकर चुनौतियों और क्षेत्र को लेकर स्थिति पर विस्तार से जानकारी दीं।
वाणिज्य मंत्रालय ने बयान में कहा कि अपने संबोधन में, मंत्री ने ‘गैर-शुल्क बाधाओं और व्यापार में तकनीकी दिक्कतों सहित बाजार पहुंच समस्याओं को दूर करने के लिए रणनीतिक हस्तक्षेप की आवश्यकता बतायी।
उन्होंने व्यापार संवर्धन और भारत में निवेश आकर्षित करने में अच्छे परिणाम देने वाली नवीन रणनीतियों और बेहतर उपायों को साझा करने और भारतीय निर्यातकों के लिए मांग-आपूर्ति अंतर और अवसरों की पहचान करने के लिए नियमित आधार पर व्यापार परामर्श का भी आह्वान किया।
गोयल ने दूतावासों और वाणिज्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया।
बयान के अनुसार, ‘‘मंत्री ने वैश्विक निर्यात महाशक्ति बनने की देश की महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने के लिए दूतावासों, निर्यात संवर्धन परिषदों (ईपीसी) और भारतीय उद्योग के बीच अधिक तालमेल पर जोर दिया।’’
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण जून में भारत का निर्यात 35.14 अरब अमेरिकी डॉलर पर स्थिर रहा है, जबकि व्यापार घाटा घटकर चार महीने के निचले स्तर 18.78 अरब डॉलर पर आ गया है।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान निर्यात 1.92 प्रतिशत बढ़कर 112.17 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 4.24 प्रतिशत बढ़कर 179.44 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।
भाषा रमण अजय
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