कोटा, 17 जुलाई (भाषा) राजस्थान के कोटा में मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही एक नाबालिग छात्रा को बहला-फुसलाकर उसके छात्रावास से भगाने के आरोप में उत्तर प्रदेश के 25 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान लखनऊ निवासी मोहम्मद रजाक के रूप में हुई है। आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अपहरण और बंधक बनाने का मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी को बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि बिहार निवासी 15 वर्षीय छात्रा कोटा में रहकर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रही थी।
बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि लड़की ने बताया कि रजाक ने खुद को इंस्टाग्राम पर 18 वर्षीय ‘आदि’ नामक युवक के रूप में पेश किया और छह महीने पहले उससे दोस्ती की थी। तब से दोनों सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे।
राठौड़ ने बताया कि आरोपी बीते सप्ताह की शुरुआत में एक कैब के जरिये कोटा पहुंचा और लड़की को अपने साथ चलने के लिए बहला-फुसलाकर तैयार कर लिया। इसके बाद, 11 जुलाई को दोनों कैब से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
राठौड़ के मुताबिक, रास्ते में जब आरोपी ने लड़की का मोबाइल बंद कर उसका सिम कार्ड तोड़ने को कहा तब उसे आरोपी पर शक हुआ। इसके अलावा, जब उसने किसी से अलग बोली में बातचीत की तो लड़की का शक और गहरा गया।
राठौड़ ने बताया कि लड़की ने किसी तरह आरोपी का फोन लेकर अपनी बहन को कॉल किया जिसने उसे तत्काल नजदीकी थाने पहुंचने की सलाह दी।
कोटा में छात्रावास की देखरेख करने वाले कर्मचारी ने उसी दिन लड़की के गायब होने और अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।
कुंदाडी सर्किल के निरीक्षक अरविंद भारद्वाज ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तीन टीमें गठित कीं जिन्होंने शिकायत दर्ज कराने के कुछ ही घंटों के भीतर कैब मालिक और उसके चालक का पता लगा लिया और चालक को उत्तर प्रदेश के झांसी में निकटतम पुलिस थाने पहुंचने के लिए राजी कर लिया।
पुलिस के अनुसार, झांसी थाने में आरोपी रजाक को गिरफ्तार कर लिया गया और नाबालिग को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। परामर्श के दौरान लड़की द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर कार्रवाई की गई।
पुलिस ने बताया कि आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
भाषा
राखी माधव
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