नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकी खतरों के खिलाफ तैयारियों और अंतर-एजेंसी समन्वय का आकलन करने के लिए बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में 10 से अधिक प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा अभ्यास किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पूर्ण सुरक्षा अभ्यास में दिल्ली पुलिस, दिल्ली अग्निशमन सेवा, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, विशेष प्रकोष्ठ और अन्य हितधारक एजेंसियों की कई टीमें शामिल हुईं।
अधिकारी ने कहा, ‘अभ्यास का उद्देश्य बम विस्फोट, बंधक स्थितियों और बड़े पैमाने पर लोगों को सुरक्षित निकालने में प्रतिक्रिया की जांच करना था।’
कश्मीरी गेट अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) पर एजेंसियों ने बम विस्फोट जैसा परिदृश्य बनाया तथा एक आपातकालीन कॉल के माध्यम से सतर्क किया गया।
दिल्ली पुलिस के जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी कर दी और लाउडस्पीकर से घोषणा करके यात्रियों और कर्मचारियों को टर्मिनल खाली करने का निर्देश दिया। पुलिस के वाहन और त्वरित प्रतिक्रिया दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए।
अधिकारी ने कहा कि यह परिदृश्य आपातकालीन प्रतिक्रिया के हर पहलू की जांच करने के लिए तैयार किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘मॉक ड्रिल में बंधक संकट होने पर इससे निपटना और किसी भी खतरे को बेअसर करते हुए नागरिकों को बचाने के लिए विभिन्न इकाइयों के साथ समन्वय करना भी शामिल था।’
मॉक ड्रिल में किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्वाभ्यास किया जाता है।
इन मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी संभावित आतंकी हमले जैसी आपात स्थितियों में प्रतिक्रिया तंत्र का मूल्यांकन करना और विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को सुदृढ़ बनाना है।
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान शांत रहें, सहयोग करें और अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न दें।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश