गुवाहाटी, 17 जुलाई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपने शब्दों से ग्वालपाड़ा में अतिक्रमणकारियों को सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया, जिसके कारण जवाबी पुलिस गोलीबारी में एक अवैध प्रवासी की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि गांधी के दौरे के एक दिन बाद ‘पैकन आरक्षित वनक्षेत्र में हुई हिंसक घटना कांग्रेस नेता की ‘‘विनाशकारी विरासत’’ है।
उन्होंने दावा किया कि उनकी ‘‘गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी’’ ने राज्य में जीवन और शांति को खतरे में डाल दिया है।
शर्मा ने लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी के बुधवार को राज्य के एक दिवसीय दौरे का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘राहुल गांधी असम आए और अतिक्रमणकारियों को वन भूमि पर कब्जा करने के लिए खुलेआम प्रोत्साहित किया।’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ गांधी ने गुवाहाटी में राज्य के शीर्ष पार्टी पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में चर्चा की थी और यहां से लगभग 40 किलोमीटर दूर चायगांव में कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया था।
गांधी ने आरोप लगाया था कि असम की तरह ही देश भर में लोगों से ज़मीन छीनकर कुछ उद्योगपतियों को दी जा रही है।
शर्मा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उनके बेतुके शब्दों से उत्साहित होकर, आज एक हिंसक भीड़ ने पैकन आरक्षित वनक्षेत्र में जबरन अतिक्रमण करने की कोशिश करते हुए हमारे पुलिस और वन कर्मियों पर हमला कर दिया। अपनी ड्यूटी के दौरान, 21 बहादुर पुलिस अधिकारियों और वन रक्षकों को गंभीर चोटें आईं।’’
उन्होंने कहा कि कोई विकल्प न होने पर, पुलिस को कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए गोलियां चलानी पड़ीं, जिसमें एक अतिक्रमणकारी की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह राहुल गांधी के असम के एक दिवसीय दौरे की विनाशकारी विरासत है। उनकी गैर-ज़िम्मेदाराना बयानबाजी ने हमारे राज्य में सीधे तौर पर लोगों की जान जोखिम में डाल दी है और शांति भंग कर दी है। असम के लोग इस विश्वासघात को न तो भूलेंगे और न ही माफ़ करेंगे।’’
बृहस्पतिवार को ग्वालपाड़ा ज़िले के पैकन आरक्षित वनक्षेत्र में बेदखल किये गये लोगों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई झड़प में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गए।
गोवालपारा के जिला आयुक्त प्रदीप तिमुंग ने बताया कि वन रक्षकों और पुलिसकर्मियों पर कथित अतिक्रमणकारियों ने तब लाठियों से हमला किया और उन पर पत्थर फेंके, जब वे पैकान आरक्षित वन के एक हिस्से की घेराबंदी करने गए थे, जहां शनिवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा था।
जिला आयुक्त ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में, पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए गोलियां चलानी पड़ीं, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।
डीसी ने बताया कि पथराव की घटना में कई पुलिसकर्मी और वनकर्मी घायल हुए हैं।
भाषा राजकुमार माधव
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