हैदराबाद, 17 जुलाई (भाषा) तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस सरकार महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए अन्य उपायों के अलावा महिला स्वयं सहायता समूह सदस्यों को ब्याज मुक्त ऋण दे रही है।
राज्य महिला आयोग द्वारा लैंगिक समानता पर आयोजित एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि आर्थिक सशक्तीकरण सरकार के प्रयासों का केन्द्र बिन्दु है, क्योंकि लैंगिक भेदभाव से प्रभावी ढंग से तभी निपटा जा सकता है जब महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होंगी।
उन्होंने कहा कि सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को सालाना 20,000 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण दे रही है, जिसका लक्ष्य एक करोड़ महिलाओं को करोड़पति बनाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने पहली बार एक करोड़ महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने संबंधी अपने दृष्टिकोण की घोषणा की थी, तो विपक्षी दलों ने हमारा मजाक उड़ाया था। लेकिन हम अपने इस मिशन के प्रति प्रतिबद्ध रहे। पहले ही साल में, हमने राज्यभर में स्वयं सहायता समूहों को 21,632 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण वितरित किया।’’
विक्रमार्क ने कहा कि पांच वर्षों के भीतर राज्य सरकार महिलाओं के हाथों में एक लाख करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण सुनिश्चित करेगी – जिससे आर्थिक स्वतंत्रता और लैंगिक समानता एक वास्तविकता बन जाएगी।
विक्रमार्क के पास वित्त मंत्रालय का भी प्रभार है। उन्होंने कहा कि सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 2,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की अग्रणी पहल पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए बैंक ऋण की सुविधा प्रदान कर रहा है और इससे उत्पन्न बिजली सरकार खरीदेगी। उन्होंने बताया कि बिजली कंपनियों ने महिला समूहों के साथ पहले ही समझौते कर लिए हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘यह मॉडल किसी अन्य भारतीय राज्य में मौजूद नहीं है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार महिलाओं के लिए निशुल्क आरटीसी बस यात्रा की सुविधा प्रदान कर रही है, जिससे उनका वित्तीय बोझ कम हो रहा है।
भाषा देवेंद्र माधव
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