नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) सरकारी एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को बृहस्पतिवार को अपने तेजस हल्के लड़ाकू विमान (एमके1ए) कार्यक्रम के लिए ‘विंग असेंबली’ का पहला सेट प्राप्त हुआ।
‘विंग असेंबली’ का उत्पादन लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) द्वारा किया गया है।
एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डी. के. सुनील ने इसे वांतरिक्ष (एयरोस्पेस) क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी और एलएंडटी द्वारा वर्षों के ‘‘समर्पित सहयोग और उत्कृष्टता के प्रति साझा प्रतिबद्धता’’ का ‘‘प्रमाण’’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘एचएएल वांतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक पहल के रूप में बड़े और छोटे, दोनों तरह के आपूर्तिकर्ताओं के साथ काम कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एचएएल ने निजी क्षेत्र में एक समानांतर विमान संरचनात्मक असेंबली लाइन का प्रभावी ढंग से निर्माण किया है, जो एलसीए तेजस कार्यक्रम को और मजबूत बनाएगा।’’
विंग असेंबली कोयंबटूर में एचएएल को सौंपी गई।
फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था।
मंत्रालय लगभग 67,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 और एलसीए एमके-1ए खरीदने की प्रक्रिया में भी है।
भारतीय वायुसेना इन लड़ाकू विमानों को शामिल करने पर विचार कर रही है, क्योंकि इसके लड़ाकू स्क्वाड्रनों की संख्या आधिकारिक तौर पर स्वीकृत 42 से घटकर 31 रह गई है।
तेजस एक इंजन और बहु-भूमिका वाला लड़ाकू विमान है।
भाषा सुभाष रंजन
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