चंडीगढ़, 17 जुलाई (भाषा) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसपीसी) को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने संबंधी ई-मेल प्राप्त होने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को लोगों से अफवाहों से सावधान रहने का आग्रह किया और कहा कि उनकी सरकार सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री ने एसजीपीसी को मिले धमकी भरे ईमेल के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक गौरव यादव सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ यहां बैठक की।
मान ने बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होने देंगे। हमारी सुरक्षा एजेंसियां और पंजाब पुलिस पूरी तरह सतर्क हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पंजाब के लोगों से अफवाहों से सावधान रहने की अपील करता हूं। सभी धार्मिक स्थल हमारे लिए पवित्र और पूजनीय हैं। हम उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। राष्ट्र-विरोधी और समाज-विरोधी ताकतों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा।’’
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने बुधवार को बताया कि शीर्ष गुरुद्वारा प्रबंधन निकाय को 14 जुलाई से अब तक स्वर्ण मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी वाले पांच ईमेल मिले हैं। हालांकि, ईमेल भेजने वाले की पहचान अबतक नहीं हो पाई है।
धामी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या ये धमकियां महज शरारत हैं या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।
पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाकर भेजे गए पांच धमकी भरे ईमेल से सिख समुदाय और राज्य के सभी शांतिप्रिय लोगों में गहरी चिंता पैदा हो गई है। बाजवा ने इन धमकियों को ‘‘पंजाब की कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को अस्थिर करने का कायराना प्रयास’’ करार देते हुए मांग की कि केंद्रीय और राज्य एजेंसियां दोषियों की पहचान करने और उन्हें न्याय के दायरे में लाने के लिए तेजी से कार्रवाई करें।
बाजवा ने कहा कि खतरों की गंभीरता के बावजूद मुख्यमंत्री मान या राज्य पुलिस प्रमुख ने स्थिति का आकलन करने या जनता को आश्वस्त करने के लिए अमृतसर का दौरा नहीं किया है।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने धमकी भरे ईमेल को ‘बहुत गंभीर मामला’ करार दिया और राज्य तथा केंद्र सरकारों से इसकी गहन जांच करने और दोषियों को पकड़ने का आग्रह किया।
भाषा धीरज माधव
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