नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान कई महंगे मोबाइल फोन खरीदे थे।
‘आप’ ने दिल्ली में सत्तारूढ़ भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि उसके नेता जनता के साथ अपने ‘‘विश्वासघात’’ को छिपाने के लिए भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगा रहे हैं।
सूद ने कहा कि 2013 के एक आधिकारिक परिपत्र के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री 50,000 रुपये और अन्य मंत्री 45,000 रुपये के मोबाइल फोन खरीदने के हकदार थे, लेकिन 2015 से 2022 तक शीर्ष पद पर रहते हुए केजरीवाल ने लाखों रुपये के आईफोन के चार नवीनतम मॉडल खरीदे।
दस्तावेज दिखाते हुए मंत्री ने कहा कि केजरीवाल ने 2015 में 81,000 रुपये की कीमत वाला आईफोन 6एस प्लस, 2017 में 69,000 रुपये का आईफोन 7 प्लस, 2020 में कोरोना महामारी के समय में 1.39 लाख रुपये का आईफोन 12 प्रो मैक्स और 13 जुलाई 2022 को 1,63,900 रुपये की कीमत वाला आईफोन 13 प्रो मैक्स खरीदा।
सूद ने दावा किया कि इसी तरह सिसोदिया ने 2017 और 2022 के बीच पांच महंगे फोन खरीदे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने दावा किया कि अक्सर केजरीवाल और अन्य लोगों द्वारा महंगे मोबाइल फोन खरीदे जाते थे और फिर बाद में उन्हें मंजूरी दे दी जाती थी, क्योंकि उनकी कीमत निर्धारित प्रतिपूर्ति से अधिक होती है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी 2023 में 1.27 लाख रुपये का फोन खरीदा, जबकि वह केवल 45,000 रुपये की प्रतिपूर्ति की हकदार थीं।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आप नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी।
केजरीवाल और सिसोदिया पर सूद का हमला आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के लिए मोबाइल फोन प्रतिपूर्ति की संशोधित सीमा को लेकर दिल्ली सरकार की आलोचना करने के तुरंत बाद आया है।
आप की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने दरों में संशोधन को लेकर दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने दिल्ली की जनता से किए गए अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया, लेकिन मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को फायदा पहुंचा है।
एक बयान में केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने सूद के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा लोगों के साथ अपने ‘‘विश्वासघात’’ को छिपाने के लिए भ्रष्टाचार के ‘‘झूठे आरोप’’ लगा रही है और दिल्ली की पिछली सरकार की जन-कल्याणकारी नीतियों को बंद करने के उद्देश्य से काम कर रही है।
भाषा शुभम शफीक
शफीक