लखनऊ, 17 जुलाई (भाषा) शहरी स्वच्छता और साफ-सफाई के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट पहलों के लिए उत्तर प्रदेश को बृहस्पतिवार को विभिन्न श्रेणियों में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल हुए हैं।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नयी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में ये पुरस्कार प्रदान किए। प्रदेश के नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने उत्तर प्रदेश की ओर से ये सम्मान ग्रहण किये।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान में तीसरा स्थान हासिल हुआ है। वह पिछले साल 44वीं पायदान पर था। लखनऊ उत्तर प्रदेश का पहला शहर भी बन गया है, जिसने 7-स्टार कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) की रेटिंग हासिल की है। इस असाधारण उपलब्धि के लिए लखनऊ को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
बयान में कहा गया है कि प्रयागराज को गंगा नदी से जुड़ा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। आगरा को उत्तर प्रदेश के उभरते स्वच्छ शहर के रूप में मान्यता मिली है और इसे राष्ट्रीय स्तर पर 10वां स्थान प्राप्त हुआ है। मुरादाबाद ने 3-10 लाख जनसंख्या वर्ग में 10वां स्थान प्राप्त किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज नयी दिल्ली में ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह 2024-25’ के तहत प्रयागराज को गंगा नदी से जुड़े सबसे स्वच्छ शहर की श्रेणी में प्रथम स्थान और गोरखपुर को ‘सफाई मित्र सुरक्षित शहर’ की श्रेणी में तीसरा स्थान मिलने पर जिले के लोगों को हार्दिक बधाई।’’
बयान के मुताबिक, शहरी विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में उत्तर प्रदेश का उत्कृष्ट प्रदर्शन स्वच्छ, स्वस्थ और रहने योग्य शहरी स्थान बनाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा सहित वरिष्ठ राजनीतिक हस्तियों ने लखनऊ को तीसरा सबसे साफ शहर का तमगा मिलने पर बधाई दी है। दोनों ने एक प्रमुख हिंदी दैनिक द्वारा राजधानी में सामुदायिक कार्यक्रम ‘आरोग्य वाटिका’ के आयोजन को भी नवाबों के शहर की इस उपलब्धि का श्रेय दिया।
भाषा सलीम शफीक
शफीक