चेन्नई, 18 जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने चालू वित्त वर्ष के दौरान क्यूआईपी सहित विभिन्न माध्यमों से 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है।
बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार श्रीवास्तव ने यहां बताया कि धन जुटाने की प्रस्तावित योजना के साथ इस बैंक में भारत सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 94 प्रतिशत से घटकर 90 प्रतिशत रह जाएगी।
उन्होंने बैंक के वित्तीय प्रदर्शन की घोषणा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “पिछले साल हमने मार्च में लगभग 1,440 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस साल हम लगभग 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए हम विभिन्न प्राधिकरणों से उनकी मंज़ूरी के लिए बात कर रहे हैं।”
पूंजी जुटाने के लिए किस तरह के साधनों का इस्तेमाल किया जाएगा, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “यह मिला-जुला होगा। इसका अधिकांश हिस्सा क्यूआईपी (पात्र संस्थागत नियोजन) के माध्यम से होगा। इसके साथ ही भारत सरकार की शेयरधारिता 94 प्रतिशत से घटकर 90 प्रतिशत रह जाएगी।”
कोष जुटाने की उम्मीद के बारे में एक अन्य सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा, “उम्मीद है कि यह तीसरी तिमाही के अंत या चौथी तिमाही तक हो जाएगा।”
इंडियन ओवरसीज बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 76 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,111 करोड़ रुपये हो गया।
पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक ने 633 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
भाषा अनुराग रमण
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