लुधियाना, 18 जुलाई (भाषा) पंजाब के लुधियाना जिले की मां-बेटी की जोड़ी ने कनाडा जाकर बसने का सपना देखने वाले अविवाहित युवकों की चाहत का फायदा उठाकर उन्हें लाखों की चपत लगाई।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि सात युवक जिन्हें शादी और कनाडा में बसने का सपना दिखाया गया था, को न तो दुल्हन ही मिली और न विदेश जाने का मौका बल्कि लाखों रुपये गंवाने पड़े।
पुलिस ने सुखदर्शन कौर को हाल ही में दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया। वह कथित तौर पर अपनी 24 वर्षीय बेटी हरप्रीत की तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल विदेश में शादी करके बसने की इच्छा रखने वालों के लिए उनकी होने वाली दुल्हन के रूप में करती थीं।
हरप्रीत छात्र वीजा पर कनाडा गयी थी और वर्तमान में वहां वर्क परमिट पर रह रही है।
दोराहा थाना प्रभारी (एसएचओ) निरीक्षक आकाश दत्त के अनुसार, अब तक सात पीड़ितों की पहचान हो चुकी है और उन्होंने पुलिस में अपने बयान दर्ज कराये हैं।
उन्होंने कहा कि मामले में सुखदर्शन और अन्य आरोपियों द्वारा कथित तौर पर अपनाया गया तरीखा एक था।
सुखदर्शन अखबारों में छपे वैवाहिक विज्ञापनों को देखती और फिर शादी के इच्छुक परिवारों से संपर्क करती। वह उन्हें बतातीं कि उसकी बेटी हरप्रीत पढ़ाई के बाद वर्क परमिट पर कनाडा के सरे में रहती है।
पुलिस ने बताया कि सुखदर्शन अपनी बेटी की शादी ऐसे संभावित दूल्हों से तय करती थी जो कनाडा में बसना चाहते थे, लेकिन विभिन्न कारणों और सीमाओं के कारण ऐसा करने में असमर्थ थे।
मां वीडियो कॉल के जरिए अपनी बेटी की शादी के इच्छुक लड़कों से बात कराती है और फिर मिठाई लेकर उसके ‘मंगेतर’ के घर पहुंचकर अपनी बेटी की सगाई की रस्में निभाती।
वह दावा करती थी कि उसने अपनी बेटी को विदेश भेजने में भारी खर्च किया था और काफी कर्ज भी ले लिया था।
कथित तौर पर, वह हर परिवार से लगभग 20 लाख रुपये की मांग करती थी। अंतिम राशि 15 लाख से 18 लाख रुपये के बीच तय होती थी। सभी भुगतान बैंक हस्तांतरण के माध्यम से लिए जाते थे ताकि कथित ठगी के शिकार लोगों का विश्वास हासिल किया जा सके।
पुलिस ने बताया कि कनाडा में बसने की चाहत में किसी भी पीड़ित ने हरप्रीत के बारे में कोई भी जानकारी जुटाने की कोशिश नहीं की। कुछ पीड़ितों ने तो सुखदर्शन को पैसे देने के लिए अपनी जमीन और जानवर तक बेच दिए और कर्ज भी लिया।
यहां तक कि कुछ ‘सगाई’ समारोह भी वीडियो कॉल के माध्यम से आयोजित किए गए।
पुलिस ने बताया कि हरप्रीत की मां ने वादा किया था कि सगाई के कुछ महीनों के भीतर ही शादी कर दी जाएगी, लेकिन बाद में वह इसे टालने के बहाने बनाने लगी या फिर फोन उठाना भी बंद कर दिया।
पिछले एक साल से अधिक समय से आरोपियों द्वारा अपनाई जा रही कार्यप्रणाली से पर्दा तब उठा जब 10 जुलाई को यहां दोराहा के एक होटल में ऐसी ही एक और ‘सगाई’ होने वाली थी, जिसमें यहां खन्ना का एक युवक शामिल था।
पुलिस ने बताया कि दोराहा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत तहत मामला दर्ज किया गया है।
सुखदर्शन के अलावा पुलिस ने मामले में दो और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है तथा आगे की जांच जारी है।
भाषा
शुभम पवनेश
पवनेश