मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) पायलटों के संगठन ‘एएलपीए इंडिया’ ने एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच में अपने प्रतिनिधियों को पर्यवेक्षक के रूप में शामिल करने का शुक्रवार को आह्वान किया। साथ ही, एएआईबी की उस अपील का स्वागत किया, जिसमें सभी से अटकलों से बचने को कहा गया था।
पिछले महीने हुई इस विमान दुर्घटना में 260 लोग मारे गए थे।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि एअर इंडिया विमान दुर्घटना को लेकर किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच अब भी जारी है।
ब्यूरो ने सभी से घातक दुर्घटना के कारणों को लेकर अटकलों के आधार पर विमर्श पेश करने से बचने का आग्रह किया।
यह बयान उन खबरों की पृष्ठभूमि में आया है जिनमें कहा गया है कि पायलट की गलती के कारण 12 जून को एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोग मारे गए थे। अहमदाबाद से लंदन जा रहा बोइंग 787-8 विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएलपीए इंडिया) अधिकारियों से अनुरोध कर रहा है कि उसे भी जांच में शामिल किया जाए।
पायलट संगठन ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं और आईसीएओ अनुलग्नक 13 के अनुरूप, उसके प्रतिनिधियों को तकनीकी सलाहकार के रूप में जांच में सहायता करने की अनुमति दी जा सकती है।
भाषा शफीक सुरेश
सुरेश