दीमापुर, 18 जुलाई (भाषा) राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि नगालैंड में जापानी एन्सेफेलाइटिस (जेई) से दो लोगों की मौत हो गई है।
दीमापुर की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. यार्टेनला जामिर ने बताया कि दीमापुर, चुमुकेदिमा और निउलैंड जिलों में अब तक जापानी एन्सेफेलाइटिस के सात मामले सामने आए हैं जिनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने तीन जिलों में जेई के मामलों में वृद्धि पर चिंता जताई।
स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन से बिमारी के रोकथाम संबंधी सार्वजनिक परामर्श जारी करने और जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया है।
विभाग ने बताया कि जापानी एन्सेफेलाइटिस एक गंभीर वायरल संक्रमण है जो ‘क्यूलेक्स’ प्रजाति के मच्छरों के जरिए फैलता है। ये मच्छर स्थिर जलस्रोतों जैसे धान के खेतों और तालाबों में पनपते हैं। यह बीमारी मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकती है और गंभीर समस्याओं या मृत्यु का कारण बन सकती है।
विभाग ने बताया कि सूअर इस वायरस के वाहक की भूमिका निभाते हैं लेकिन यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता।
विभाग ने कहा, ‘जापानी एन्सेफेलाइटिस के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार उपलब्ध नहीं है। चिकित्सा प्रबंधन केवल लक्षणों को नियंत्रित करने पर आधारित होता है।’
भाषा राखी पवनेश
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