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Saturday, July 19, 2025

मोदी ने भाजपा को बंगाली अस्मिता का एकमात्र रक्षक बताया; टीएमसी पर घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप

Newsमोदी ने भाजपा को बंगाली अस्मिता का एकमात्र रक्षक बताया; टीएमसी पर घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप

दुर्गापुर, 18 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए, उस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठ को बढ़ावा देकर बंगाली अस्मिता और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया और कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति की ‘‘सारी हद पार कर दी है।’’

मोदी ने राज्य में तेल एवं गैस, बिजली, रेल और सड़क क्षेत्रों में 5,400 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

उन्होंने भाजपा को नये बंगाल का अग्रदूत बताया और कहा, ‘‘भाजपा के पश्चिम बंगाल के लिए बड़े सपने हैं। हम एक समृद्ध, विकसित बंगाल का निर्माण करना चाहते हैं। यहां शुरू की जा रही सभी परियोजनाएं उस सपने की दिशा में एक कदम है।’’

तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में बंगाल के आर्थिक माहौल की तीखी आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य उद्योग और निवेशकों के लिए अनुपयुक्त हो गया है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘तृणमूल कांग्रेस का ‘गुंडा टैक्स’ बंगाल में निवेश को रोक रहा है। राज्य के संसाधन माफिया के हाथों में चले गए हैं और सरकारी नीतियां मंत्रियों को भ्रष्टाचार में लिप्त करने के लिए तैयार की गई हैं।’’

दुर्गापुर में एक जनसभा में मोदी ने भाजपा को एकमात्र ऐसी पार्टी बताया, जो बंगाली अस्मिता का वास्तव में सम्मान और रक्षा करती है। उन्होंने ‘‘झूठ, अराजकता और लूट’’ के शासन का अंत करने का भी आह्वान किया।

उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस ने अपने निहित स्वार्थों के कारण पश्चिम बंगाल की अस्मिता को दांव पर लगा दिया है। वोट बैंक की राजनीति के लिए यहां घुसपैठ को बढ़ावा दिया जा रहा है। घुसपैठियों की मदद करने के लिए एक पूरा माहौल तैयार किया गया है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा और बंगाल की सुरक्षा व अस्मिता, दोनों के लिए खतरा है।’’

प्रधानमंत्री ने राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी पर ‘‘संवैधानिक संस्थाओं को खुलेआम चुनौती देने’’ और ‘‘अवैध प्रवासियों का बचाव करने’’ का आरोप लगाया।

भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासी श्रमिकों के कथित उत्पीड़न पर बढ़ते राजनीतिक विवाद के बीच, मोदी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘बंगाल की गरिमा और भविष्य के लिए वास्तविक खतरा बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से है, जो एक ऐसी राज्य सरकार से है, जो झूठ, अराजकता और लूट के बूते फल-फूल रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के लिए बंगाली अस्मिता सर्वोपरि है। जिस राज्य में भी भाजपा की सरकार है, बंगालियों का सम्मान किया जाता है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘हम बंगाली अस्मिता के खिलाफ इस साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे। भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जो वास्तव में इसका सम्मान करती है।’’

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत ‘‘मां काली’’ और ‘‘मां दुर्गा’’ की स्तुति से की, जिनकी बंगाल में मुख्य रूप से पूजा की जाती है।

ममता बनर्जी नीत सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि टीएमसी की तुष्टिकरण की राजनीति ‘‘सारी हद पार कर गई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे अब घुसपैठियों को बचाने को आमादा हैं। टीएमसी का भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण युवाओं का बंगाल से पलायन करा रहा है।’’

उन्होंने घुसपैठ पर स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, ‘‘टीएमसी घुसपैठियों की मदद कर रही है। मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जो लोग भारत के नागरिक नहीं हैं और अवैध रूप से प्रवेश कर गए हैं, उनके प्रति कानून संविधान के अनुसार अपना काम करेगा।’’

प्रधानमंत्री ने टीएमसी, वाम दलों और कांग्रेस पर दशकों से बंगाली गौरव की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘वर्षों तक टीएमसी और वाम दलों ने कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली (केंद्र) में सरकार चलाई, लेकिन कभी भी बांग्ला को मान्यता देने पर विचार नहीं किया, जबकि भाजपा सरकार ने ही इसे शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया।’’

प्रधानमंत्री ने उस दौर का भी जिक्र किया, जब बंगाल देश भर से नौकरी चाहने वालों को आकर्षित करता था।

उन्होंने कहा, ‘‘लोग पूरे भारत से रोजगार के लिए यहां आते थे। लेकिन आज बंगाल के युवा छोटी-छोटी नौकरियों के लिए भी पलायन करने को मजबूर हैं। यह तृणमूल कांग्रेस के कुशासन का नतीजा है।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘टीएमसी का ‘गुंडा टैक्स’ बंगाल में निवेश को रोक रहा है। राज्य के संसाधन माफिया के हाथों में चले गए हैं और सरकारी नीतियां जानबूझकर मंत्रियों को भ्रष्टाचार में लिप्त करने के लिए बनाई गई हैं।’’

मोदी ने कहा, ‘‘जहां मुर्शिदाबाद जैसे दंगे होते हैं और पुलिस पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करती है, वहां निवेशक क्यों आएंगे? जहां छोटी-छोटी बातों पर हिंसा भड़क जाती है, वहां भला कोई निवेश क्यों करेगा?’’

वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में अप्रैल में मुर्शिदाबाद जिले के कुछ हिस्सों में हिंसक झड़पें हुई थीं। सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम तीन लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए।

मोदी ने अगले साल की शुरुआत में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए आग्रह किया, ‘‘मैं युवाओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि बंगाल की मौजूदा समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। नयी सरकार बनने पर, राज्य देश का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बन सकता है। एक बार भाजपा को मौका दीजिए – ऐसी सरकार चुनिए जो कर्मठ, ईमानदार और मजबूत हो।’’

मोदी ने कहा, ‘‘मां, माटी, मानुष की बात करने वाली पार्टी अब अपने शासन में बेटियों के साथ अन्याय करके लोगों में गुस्सा और आक्रोश पैदा कर रही है।’’

पिछले साल आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना और हाल ही में एक कॉलेज परिसर में कानून की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बंगाल में अस्पताल भी सुरक्षित नहीं हैं। जब एक डॉक्टर पर अत्याचार हुआ, तो टीएमसी सरकार आरोपियों को बचाने के लिए आतुर हो गई।’’

उन्होंने कहा कि इससे पहले कि राज्य संभलता, एक कॉलेज से अत्याचार की खबर आई तथा एक बार फिर, आरोपियों का संबंध सत्तारूढ़ दल से था।

मोदी ने कहा, ‘‘विकसित बंगाल मोदी की गारंटी है। विकसित बंगाल भाजपा का संकल्प है। टीएमसी के सत्ता से बेदखल होते ही बंगाल में ‘असोल पोरिबोर्तन’ (असली बदलाव) आएगा।’’

‘पोरिबोर्तन’ का यही नारा टीएमसी ने 2011 में 34 साल के वाम शासन को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया था।

वहीं, कोलकाता में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि प्रधानमंत्री ‘‘झूठ का सहारा ले रहे हैं’’ क्योंकि उन्हें आम बंगालियों का समर्थन खोने का डर है, जो भाजपा शासित राज्यों में उनके साथ किए जा रहे व्यवहार से ‘‘दुखी और अपमानित’’ महसूस करते हैं।

उन्होंने दावा किया, ‘‘डबल इंजन वाली सरकारों में बंगालियों को सिर्फ अपनी मातृभाषा बोलने के लिए या तो बाहर निकाला जा रहा है या परेशान किया जा रहा है। भाजपा शासित राज्य के एक मुख्यमंत्री ने तो बांग्ला भाषी लोगों को धमकी दी है कि अगर उन्होंने फॉर्म में बांग्ला को अपनी भाषा बताया तो उन्हें निरूद्ध केंद्र भेज दिया जाएगा।’’

भाषा सुभाष पवनेश

पवनेश

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