नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) सरकार ने सोमवार को राज्यसभा को बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग की इकाई के रूप में कार्यरत परमाणु खनिज गवेषण एवं अनुसंधान निदेशालय (एएमडी) देश के कई संभावित भूवैज्ञानिक क्षेत्रों में दुर्लभ मृदा समूह तत्वों का अन्वेषण एवं संवर्धन कर रहा है।
कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को यह जानकारी दी।
दुर्लभ मृदा तत्वों के निर्यात पर चीन के प्रतिबंध से घरेलू ऑटो और अन्य क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं।
रेड्डी ने कहा, ‘‘परमाणु ऊर्जा विभाग की इकाई के रूप में परमाणु खनिज गवेषण एवं अनुसंधान निदेशालय देश के कई संभावित भूवैज्ञानिक क्षेत्रों में तटीय/अंतरदेशीय/नदी के रेत के साथ-साथ कठोर चट्टानी भूभागों में दुर्लभ मृदा समूह तत्वों का अन्वेषण और संवर्धन कर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद, राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन की स्थापना की गई है। इस मिशन में दुर्लभ मृदा खनिजों सहित महत्वपूर्ण खनिजों में घरेलू क्षमता बढ़ाने और आपूर्ति शृंखला को सुदृढ़ बनाने के लिए महत्वपूर्ण उपाय शामिल हैं।
भाषा अविनाश वैभव
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